दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए आम आदमी पार्टी के विधायक दिल्ली विधानसभा में धरने पर बैठ गए हैं। यह धरना 29 अगस्त की रातभर चलेगा। इससे पहले आप के विधायक राजघाट पर धरना देकर बैठे। फिर विधानसभा में आ गए।
सोमवार रात को दिल्ली विधानसभा में धरना देते विधायक
एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक दिल्ली विधानसभा के अंदर धरना देकर बैठ गए हैं। सूत्रों ने पुष्टि की कि विरोध 29 अगस्त की रात तक जारी रहेगा। यह प्रदर्शन उपराज्यपाल वीके सक्सेना के कथित करप्शन के खिलाफ बताया जा रहा है।
सौरभ भारद्वाज ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि आप के सभी विधायक सोमवार शाम सात बजे गांधी प्रतिमा के नीचे बैठेंगे और रात भर विधानसभा के अंदर रहेंगे। विरोध की घोषणा के बाद आप विधायक सौरभ भारद्वाज हाथ में सूटकेस लेकर विधानसभा में रात बिताने पहुंचे।
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में उपराज्यपाल सक्सेना का नाम लेते हुए आप विधायक उनके पद से इस्तीफे की मांग को लेकर रात भर धरना दे रहे हैं। दिल्ली के उपराज्यपाल के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने के बाद आप विधायक दुर्गेश पाठक ने उन पर 'खादी घोटाले' को अंजाम देने का आरोप लगाया।
आप विधायकों के अनुसार, यह घोटाला वर्ष 2016 में रचा गया था और यह बीजेपी के नेतृत्व वाले केंद्र द्वारा घोषित किए गए नोटबंदी के फैसले का फायदा उठाने से जुड़ा है। उस समय, एलजी सक्सेना खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) के अध्यक्ष थे और उन्हें 29 अगस्त को दिल्ली विधानसभा में 1,400 करोड़ रुपये के भ्रष्टाचार के मामले में नामित किया गया था।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को एलजी सक्सेना से कहा था कि वो 'उपराज्यपाल की तरह व्यवहार करें।' इसके बाद दिल्ली सरकार और एलजी आमने-सामने आ गए।
सिसोदिया का यह बयान दिल्ली उपराज्यपाल कार्यालय द्वारा अरविंद केजरीवाल को 45 से अधिक फाइलें लौटाने के बाद आया है। एलजी दफ्तर ने नियमों के उल्लंघन की ओर इशारा करते हुए कहा कि सीएम केजरीवाल अपने हस्ताक्षर के बिना महत्वपूर्ण फाइलें और दस्तावेज भेजें।