Delhi CM Rekha Gupta Slapped: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को उनके आवास पर जनसुनवाई के दौरान एक शख्स ने थप्पड़ मार दिया। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी का संबंध गुजरात से बताया गया है।
दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता और आरोपी राजेश भाईजी सकारिया
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर आज सुबह उनके आवास पर आयोजित जनसुनवाई के दौरान हमला हुआ। इस घटना पर बीजेपी के दो तरह के बयान सामने आए हैं। जानकारी के अनुसार, लगभग 40 वर्ष का एक व्यक्ति शिकायतकर्ता के रूप में जनसुनवाई में शामिल हुआ और अचानक मुख्यमंत्री के पास पहुँचकर उन्हें थप्पड़ मार दिया। मुख्यमंत्री की सुरक्षा टीम ने तुरंत हमलावर को पकड़ कर पुलिस को सौंप दिया। फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है। मुख्यमंत्री को अस्पताल ले जाया गया है। शुरुआती जानकारी के अनुसार, हमलावर की पहचान गुजरात के राजकोट निवासी राजेश भाई खिमजी भाई सकारिया के रूप में हुई है। उसकी मां ने कहा है कि राजेश का संबंध किसी भी राजनीतिक दल से नहीं है। राजेश की रोचक कहानी आगे है।
बीजेपी का शुरुआती बयान और बाद का बयान
जनता से संवाद बनाए रखने के लिए मुख्यमंत्री हर हफ्ते अपने आवास पर जनसुनवाई करती हैं। वरिष्ठ भाजपा नेता हरीश खुराना ने कहा, "बैठक के दौरान एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री पर हमला किया। फिलहाल डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं। हम इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं। यह जांच होनी चाहिए कि कहीं यह हमला राजनीतिक उद्देश्य से तो नहीं किया गया।" बीजेपी नेताओं के शुरुआती बयान इसी तरह के आए थे।
आधिकारिक बयानः दिल्ली भाजपा ने बुधवार को आधिकारिक बयान में कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के सिविल लाइंस स्थित आवास पर जनसुनवाई के दौरान एक "दुर्घटना" हुई। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, जिन्होंने बाद में गुप्ता से मुलाकात की, ने इन दावों (थप्पड़ मारना) को "मनगढ़ंत" बताकर खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि घटना में एक व्यक्ति ने सीएम का हाथ खींचने की कोशिश की, जिसके कारण कुछ धक्का-मुक्की हुई और इस दौरान "शायद उनका सिर मेज के किनारे से थोड़ा सा छू गया"। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने उनकी जांच की है और उनकी हालत स्थिर है।
कौन है आरोपी राजेश
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि आरोपी की पहचान राजकोट निवासी 41 वर्षीय राजेश भाई खिमजी भाई सकारिया के रूप में हुई है। सूत्रों के अनुसार, उसका एक रिश्तेदार जेल में है और वह उनकी रिहाई के लिए एक याचिका लेकर आया था, जो फिलहाल अदालत में लंबित है। उसके परिवार ने भी उसकी पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी दी है।
राजेश की मां का बयानः राजकोट पुलिस उसकी माँ को पूछताछ के लिए ले गई है, जिन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनका बेटा दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास पर आएगा। उन्होंने बताया कि आवारा कुत्तों से संबंधित एक फैसले के बाद वह दिल्ली आया था और उसे मानसिक रूप से बीमार बताया। उन्होंने दावा किया कि वह एक पशु प्रेमी है। उन्होंने यह भी बताया कि वह पहले अकेले दिल्ली आया था। आरोपी राजेश सकारिया रिक्शा चलाने वाले परिवार से ताल्लुक रखता है। दिल्ली पुलिस राजकोट पुलिस के संपर्क में है।
घटना के समय मौजूद लोगों ने बताया कि हमलावर कुछ कागज लेकर मुख्यमंत्री के पास आया था। वह उनसे बातचीत कर रहा था और अचानक हमला कर दिया। भाजपा ने इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि विपक्ष को मुख्यमंत्री का जमीनी काम पसंद नहीं है और जांच में पता लगाया जाएगा कि हमलावर के पीछे कौन है।
आप की आतिशी ने निन्दा की
पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) की विपक्ष की नेता आतिशी ने इस हमले की निंदा की। उन्होंने कहा, "दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर हमला बेहद निंदनीय है। लोकतंत्र में असहमति और विरोध की जगह है, लेकिन हिंसा की कोई जगह नहीं है। उम्मीद है कि दिल्ली पुलिस दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी। साथ ही हम यह भी आशा करते हैं कि मुख्यमंत्री सुरक्षित हैं।"कांग्रेस ने कहा- आरोपी पर कड़ी कार्रवाई हो
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने हमले की आलोचना की और इसे बेहद दुखद बताया। उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री पर हमला निंदनीय है। इससे यह भी उजागर होता है कि दिल्ली में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। लोग सुरक्षा के लिए यहां आते हैं। पुलिस को जागना चाहिए और महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए।" कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने भी हमले की निंदा की और भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने एएनआई से कहा, "यह बहुत दुखद है; राजनीति में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है... लेकिन भाजपा हिंसा की जननी है... लोग भाजपा से नाराज़ हैं। जिसने भी यह किया है, उसकी जाँच होनी चाहिए। लेकिन, जैसा कि भाजपा कहती थी, जब अरविंद केजरीवाल पर हमला हुआ था, तो वे दावा करते थे कि उन्होंने खुद ऐसा किया है। तो अब आपको खुद देखना होगा कि यह एक दुर्घटना थी या उन्होंने इसे करवाया था। लेकिन मैं एक बात स्पष्ट करना चाहता हूँ: अगर यह हमला हुआ है, तो मैं इसकी निंदा करता हूँ और चाहता हूँ कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हो।"
दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस बड़े सुरक्षा उल्लंघन की जांच होगी। दिल्ली पुलिस आयुक्त एसबीके सिंह खुद इस जांच की निगरानी करेंगे।