नागरिकता संशोधन क़ानून के ख़िलाफ़ दिल्ली में हुए प्रदर्शनों के दौरान दिल्ली पुलिस की ओर से यह दावा किया गया कि उसने एक भी गोली नहीं चलाई है। जामिया के छात्रों के प्रदर्शन के दौरान मीडिया में आई कई ख़बरों में कहा गया था कि पुलिस की ओर से गोलियां चलाई गई हैं लेकिन पुलिस यह बात मानने के लिए तैयार नहीं है। लेकिन अब पुलिस की आतंरिक जाँच में भी पता चला है कि 15 दिसंबर को इस क़ानून के विरोध में न्यू फ़्रेंडस कॉलोनी में हुए प्रदर्शन के दौरान दो पुलिसकर्मियों ने गोलियां चलाई थीं। यह भी पता चला है कि इस दौरान एसीपी रैंक के एक अधिकारी भी वहां मौजूद थे। इस तरह इससे दिल्ली पुलिस के गोली न चलाने के दावे झूठे साबित होते हैं।
नागरिकता क़ानून: जामिया में प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने चलाई थी गोली!
- दिल्ली
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- 5 Jan, 2020
जाँच में भी पता चला है कि 15 दिसंबर को इस क़ानून के विरोध में न्यू फ़्रेंडस कॉलोनी में हुए प्रदर्शन के दौरान दो पुलिसकर्मियों ने गोलियां चलाई थीं।
