प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के आवास सहित दिल्ली-एनसीआर में 13 ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई दिल्ली सरकार के तहत 5,590 करोड़ रुपये की लागत से स्वीकृत अस्पताल निर्माण परियोजनाओं में कथित अनियमितताओं और मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के सिलसिले में की गई है।
ईडी के छापे का आधार दिल्ली पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) द्वारा दर्ज एफआईआर नंबर 37/2025, दिनांक 26 जून 2025 है। इसमें दिल्ली सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्रियों, निजी ठेकेदारों और अज्ञात सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है।

क्या है दिल्ली का अस्पताल निर्माण स्कैम, बीजेपी की मांग पर जांच 

यह मामला 2018-19 में दिल्ली की आप सरकार द्वारा स्वीकृत 24 अस्पताल परियोजनाओं से जुड़ा है, जिनमें 11 नए अस्पतालों का निर्माण और 13 मौजूदा अस्पतालों का अपग्रेडेशन शामिल था। इन परियोजनाओं की कुल लागत 5,590 करोड़ रुपये थी। शिकायतकर्ता और तत्कालीन विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने अगस्त 2024 में इन परियोजनाओं में भ्रष्टाचार, अत्यधिक लागत वृद्धि, अनधिकृत निर्माण और धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया था। एसीबी ने अपनी जांच में इन परियोजनाओं में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं, अस्पष्ट देरी और धन की कथित हेराफेरी पाई।

क्या ईडी छापे का कथित तौर पर पीएम फर्जी डिग्री से संबंध है

आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि ये छापे प्रधानमंत्री मोदी की कथित तौर पर फर्जी डिग्री मामले से ध्यान भटकाने की कोशिश है। पूर्व सीएम आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यही आरोप लगाया है। आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने वीडियो बयान जारी करके यही आरोप लगाया है। पहले आतिशी को सुनिए-
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी इन छापों को पीएम फर्जी डिग्री विवाद से जोड़ा है। उनका कहना है कि देश की नजरें जब इस मुद्दे पर थीं तो ध्यान भटकाने के लिए सौरभ के घर छापे मारे गए। संजय सिंह ने दावा किया कि जब का ये मामला बताया गया है, उस समय तो सौरभ भारद्वाज उस विभाग के मंत्री भी नहीं थे। सुनिए संजय सिंह का खुद का जारी किया गया वीडियो बयान-

केजरीवाल ने किया ज़ोरदार विरोध

आम आदमी पार्टी की टॉप लीडरशिप ने सौरभ भारद्वाज के घर मंगलवार को मारे गए ईडी छापों की कड़ी निन्दा की है। आप प्रमुख अरविन्द केजरीवाल ने कहा- सौरभ भारद्वाज के घर ED की रेड मोदी सरकार द्वारा एजेंसीज के दुरुपयोग का एक और मामला है। मोदी सरकार आम आदमी पार्टी के पीछे पड़ गई है। जिस तरह “आप” को टारगेट किया जा रहा है, ऐसे इतिहास में किसी पार्टी को नहीं किया गया। उन्होंने कहा “आप” को इसलिए टारगेट किया जा रहा है क्योंकि मोदी सरकार की ग़लत नीतियों और भ्रष्ट कामों के ख़िलाफ़ सबसे मुखर आवाज “आप” की है। मोदी सरकार हमारी आवाज़ दबाना चाहती है। ये कभी नहीं होगा। “आप” बीजेपी की इन रेडों से डरने वाली नहीं। हम हमेशा की तरह देश हित में ग़लत नीतियों और भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाते रहेंगे।
आप के नेशनल मीडिया इंचार्ज अनुराग ढांडा ने कहा- कल से प्रधानमंत्री मोदी की डिग्री फर्ज़ी होने की चर्चा चल रही थी और उसी से ध्यान भटकाने के लिए सौरभ भारद्वाज जी के घर पर छापेमारी हुई है। जिन मामलों को लेकर
सौरभ भारद्वाज
पर आरोप लगाए गए हैं, वह समय ऐसा था जब वह मंत्री भी नहीं थे। यह साबित करता है कि पूरा मामला झूठा है।

आप विधायक और टीवी पैनलिस्ट संजीव झा ने कहा- आज सौरभ भारद्वाज के घर पर ED ने रेड डाली। जिस केस का बहाना बनाकर रेड हुई, वह उस समय का है जब सौरभ भाई मंत्री थे ही नहीं। यानी मामला पूरी तरह फर्जी है। सोचिए, देश की सबसे बड़ी इन्वेस्टिगेटिंग एजेंसी को भी यह समझ नहीं आता कि किसी पर मंत्री रहते हुए केस लगाना है तो पहले मंत्री होना ज़रूरी है। साफ है – यह रेड नहीं, एक साजिश है। कल से पूरा देश प्रधानमंत्री जी की डिग्री पर सवाल पूछ रहा है। अगर डिग्री सच है तो दिखाने में दिक्कत क्यों? उल्टा RTI लगाने वालों को डराया-धमकाया जाता है। यही वजह है कि लोगों के मन में शक गहराता जा रहा है कि कुछ तो छिपाया जा रहा है।

ईडी की जांच का अगला चरण 

ईडी की यह जांच अभी शुरुआती चरण में है, और एजेंसी ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है जिसमें जब्त संपत्तियों या अनियमितताओं का विवरण हो। सूत्रों के अनुसार, जांच में अन्य आप नेता, विशेष रूप से पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, भी जांच के दायरे में हैं। यह मामला दिल्ली की आप सरकार और केंद्र सरकार के बीच चल रहे तनाव को और बढ़ा सकता है। आप ने पहले भी केंद्र पर विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है। इस बीच, जांच के परिणाम और इसके राजनीतिक प्रभाव पर सभी की नजरें टिकी हैं।