राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने अपने एक पदाधिकारी द्वारा जाति गणना का विरोध किये जाने के कुछ दिन बाद गुरुवार को स्पष्टीकरण जारी कर कहा है कि वह जाति गणना के खिलाफ नहीं है। वह चाहता है कि जाति गणना होनी चाहिए लेकिन यह भी सुनिश्चित होना चाहिए कि इससे समाज में समरसता और एकात्मकता खंडित नहीं होनी चाहिए।