कोरोना काल में मानवीय संवेदनाएं इस तरह कुंद हो गई हैं कि लोग अपने निकटतम परिजनों, यहाँ तक कि माता-पिता तक को, बेसहारा छोड़ दे रहे हैं। कोरोना की वजह से मारे गए माता पिता या दूसरे रिश्तेदारों का अंतिम संस्कार नहीं करने की कई घटनाएं सामने आई हैं।
कोरोना काल : बूढ़ी माँ को घर से निकाला तो अनजान व्यक्ति ने दिया सहारा और सम्मान
- दिल्ली
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- 26 Jul, 2020
लीलावती को मुंबई में उनके ऑटो ड्राइवर बेटे ने बेसहारा छोड़ दिया। कपड़ों का एक बैग और बिस्कुटों का एक पैकेट हाथ में लिए हुए वह बांद्रा रेलवे स्टेशन पर दिल्ली आने वाले श्रमिक स्पेशल का इंतजार करती पाई गईं।
