महात्मा गांधी की हत्या से जुड़ी कुछ सामग्री को एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों से हटाए जाने पर विवाद हो गया है। पूछा जा रहा है कि भारत के इतिहास की इतनी अहम घटना को हटाने का आख़िर क्या मतलब है? आलोचनाओं पर एनसीईआरटी की ओर से इस फ़ैसले के पीछे की दलील दी गई है। इसने कहा है कि किसी भी सामग्री को 'अनुपात से ज़्यादा नहीं होना चाहिए'।
गांधी हत्या का अंश क्यों हटाया गया? जानें NCERT ने क्या दी दलील
- शिक्षा
- |
- 5 Apr, 2023
एनसीईआरटी की 12वीं कक्षा से गांधी की हत्या पर हटाए गए पाठ्यक्रम को लेकर अब एनसीईआरटी की ओर से सफ़ाई आई है।

हालाँकि, एनसीईआरटी की वेबसाइट पर एक नोट में लिखा है, 'कोविड-19 महामारी को देखते हुए छात्रों पर सामग्री के बोझ को कम करना अनिवार्य महसूस किया गया था। राष्ट्रीय शिक्षा नीति यानी एनईपी 2020 भी सामग्री के भार को कम करने और रचनात्मक मानसिकता के साथ अनुभव से सीखने के अवसर देने पर जोर देती है। इस पृष्ठभूमि में एनसीईआरटी ने सभी कक्षाओं और सभी विषयों की पाठ्यपुस्तकों को तर्कसंगत बनाने की कवायद की थी।'