महात्मा गांधी की हत्या से जुड़ी कुछ सामग्री को एनसीईआरटी की पाठ्यपुस्तकों से हटाए जाने पर विवाद हो गया है। पूछा जा रहा है कि भारत के इतिहास की इतनी अहम घटना को हटाने का आख़िर क्या मतलब है? आलोचनाओं पर एनसीईआरटी की ओर से इस फ़ैसले के पीछे की दलील दी गई है। इसने कहा है कि किसी भी सामग्री को 'अनुपात से ज़्यादा नहीं होना चाहिए'।