कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के घोषणापत्र में सकल घरेलू उत्पाद का 6 प्रतिशत शिक्षा पर खर्च करने का एलान कर सबको चौंका दिया है। जिस देश में प्राथमिक स्कूलों में कई जगह छत, पीने का पानी या ब्लैक बोर्ड तक न हो या पेड़ के नीचे कक्षााएँ लगती हों, वहाँ शिक्षा पर इतना खर्च ज़रूरी तो है, पर जब भावनाएँ भड़का कर वोट हासिल करने की राजनीति परवान चढ़ी हो, यह घोषणा ताज्जुब में डालने वाली है।