राजकोट के नाना मावा इलाक़े में जब जगन्नाथ मंदिर से मंगलवार को रथयात्रा निकली तो इस बार कुछ नया था। रथयात्रा के सबसे आगे एक बुलडोजर चल रहा था। बुलडोजर के सबसे अगले हिस्से पर बड़ा बैनर तना था और जिसपर लिखा था- 'सनातनी बुलडोजर'। उस पर मंदिर की तस्वीर थी।
गुजरात: रथयात्रा में सबसे आगे 'सनातनी बुलडोजर' क्यों?
- गुजरात
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- 20 Jun, 2023
गुजरात के राजकोट शहर में जब भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा निकली तो वहाँ नया प्रयोग किया गया। बुलडोजर के साथ। जानिए, आयोजकों ने रथयात्रा के आगे बुलडोजर क्यों रखा।

प्रतीकात्मक तस्वीर।
तो सवाल है कि आख़िर धार्मिक आयोजन में बुलडोजर का क्या काम? या फिर रथयात्रा में बुलडोजर की क्या ज़रूरत थी? क्या बैनर को साथ ले चलने के लिए? यह काम तो दो श्रद्धालु भी कर सकते थे। बैनर पर लिखा शब्द भी काफी रोचक था- 'सनातनी बुलडोजर'। द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार इस सवाल के जवाब में आयोजकों ने कहा है कि बुलडोजर को 'सनातन धर्म की रक्षा के लिए' धार्मिक शोभायात्रा में शामिल किया गया था।