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अहमदाबाद में मोदी का रोड शो।

मोदी का मेगा शो टीवी चैनलों पर छाया, बाकी सवाल पीछे छूटे 

गुजरात में पहले दौर की वोटिंग के बीच गुरुवार शाम को पीएम मोदी का मेगा रोड शो जारी है। हालांकि इसके शाम 6.30 तक खत्म हो जाना था लेकिन उस समय इस रिपोर्ट को लिखे जाने तक पीएम का रोड शो आधा रास्ता भी तय नहीं कर पाया था। दूरदर्शन के अलावा देश के तमाम प्राइवेट टीवी चैनल इसकी लाइव कवरेज कर रहे हैं। तमाम टीवी एंकर मिनी ट्रकों और ओवी वैन के ऊपर चढ़कर इसकी लाइव कवरेज कर रहे हैं। वो बता रहे हैं कि देश में इतना बड़ा रोड शो आज तक नहीं हुआ। बहरहाल, रोड शो का मानवीय पहलू भी दिखाने की कोशिश की गई, जब एम्बुलेंस को रास्ते देने के लिए रोड शो रुक गया। मोदी का काफिला पहले भी एम्बुलेंस को रास्ता देकर मीडिया कवरेज पाता रहा है।

पीएम मोदी के इस रोड शो के मद्देनजर यह याद दिलाना जरूर बनता है कि इसी समय देश में पिछले दो महीने से एक और यात्रा जमीन पर चल रही है। जिसे भारत जोड़ो यात्रा नाम दिया गया है। इसका नेतृत्व कांग्रेस नेता राहुल गांधी कर रहे हैं। लेकिन किसी टीवी चैनल ने एक भी दिन इसकी चंद मिनट के लिए लाइव कवरेज तक नहीं दिखाई। पीएम के रोड शो का मकसद चुनाव है जबकि भारत जोड़ो यात्रा का मकसद देश से नफरत को मिटाने के लिए हैं। 

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मोदी के रोड शो के दौरान लोग सड़क के दोनों तरफ खड़े नजर आए। तमाम लोगों ने मोदी के मुखौटे चेहरों पर लगा रखे थे। मोदी हाथ जोड़कर या हाथ मिलाकर अभिवादन कर रहे हैं। एंकर बता रहे हैं कि मोदी जी को लेकर कितना उत्साह है लोगों में। एंकर का कहना है कि देश में आजतक ऐसा कोई लोकप्रिय नेता नहीं हुआ जिसका इस तरह रोड शो में स्वागत हुआ है। एक एंकर ने कहा कि मोदी जी रोड शो के एक्सपर्ट बन गए हैं। वाराणसी हो या गुजरात की सड़कें हों, जहां जाते हैं छा जाते हैं। 

कुछ टीवी एंकरों ने बताया कि मोदी को चुनौती देना नामुमकिन है। इस रोड शो ने 2024 की झलक दिखा दी है कि मोदी के अलावा और कोई नहीं। एक चैनल एंकर ने कहा कि इस समय लोग अपनी समस्याएं और अपना काम भूलकर मोदी जी का स्वागत कर रहे हैं। प्रधानमंत्री के रोड में कम से कम एक हजार से ज्यादा वाहन चल रहे हैं। मोदी ने भगवा कलर की टोपी लगा रखी थी। कुछ चैनलों ने बीजेपी द्वारा दी जा रही फीड को एक्सक्लूसिव बता कर दिखा रहे हैं।

एक महिला एंकर ने बताया कि वो प्रधानमंत्री के काफिले के आगे चल रही हैं। लोग बीजेपी के समर्थन में खुलकर आ गए हैं। चारों तरफ मोदी-मोदी हो रहा है। चाहे बच्चे हों या महिलाएं हों, सभी मोदी पर गुलाब की पंखुड़ियां फेंक रहे हैं। महिला एंकर बता रही है कि मोदी का ये अपना स्टाइल है लोगों से संपर्क साधने का। महिला एंकर ने बताया कि वो किस तरह तमाम चुनौतियों के बीच इसकी लाइव कवरेज कर रही हैं। हम मोदी फैक्टर के गवाह बन गए हैं। महिला एंकर ने कहा कि लोग मोरबी हादसे को इस चुनाव में लाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन गुजरात के लोग उसका जिक्र तक नहीं कर रहे हैं। 

इस दौरान एक से बढ़कर एक फिल्मी गानों की धुन अहमदाबाद के उन तमाम चौराहों पर बजाई जा रही थी, जहां से मोदी के रोड शो को गुजरना था या गुजर रहा था। इनमें मोदी को शेर बताने से लेकर शंहशाह तक बताया जा रहा था। कुछ गाने पार्टी की ओर से तैयार कराए गए थे लेकिन ज्यादातर गाने फिल्मी ही थे। 
एक महिला एंकर ने बीजेपी प्रवक्ता जफर इस्लाम से पूछा कि वो 10 में से कितने नंबर मोदी को देंगे। प्रवक्ता जफर इस्लाम ने कहा कि किसी और पार्टी के पास ऐसा नेता हो तो वो ऐसा रोड शो करके दिखाए। जफर इस्लाम ने यह भी कहा कि मोदी जी 13-14 घंटे काम करते हैं, किसी पार्टी में ऐसा नेता नहीं है। महिला एंकर के पास मोदी को रावण कहे जाने पर गुस्से का इजहार करने वाले सवाल थे लेकिन मोदी द्वारा तमाम विपक्षी नेताओं पर समय-समय पर कसे गए जुमलों को लेकर कोई सवाल नहीं था।

रास्ते में किसी स्वतंत्रता सेनानी या बीजेपी की हस्तियों की मूर्ति नहीं बची, जिस पर माला डालने के लिए मोदी न रुके हों। इसी बीच महिला एंकर ने कहा कि मोदी के इस गुजरात कनेक्ट पर कोई कैसे आंखें बंद कर ले। इसीलिए हमारी यह कवरेज ऐतिहासिक है। किसी चैनल पर यह सवाल नहीं पूछा गया कि इस मेगा शो के दौरान चुनाव आचार संहिता की कितनी धज्जियां उड़ाई गईं। 

किसी चैनल ने यह सवाल नहीं पूछा कि जब राज्य के एक हिस्से में 89 सीटों पर मतदान हो रहा है तो ऐसे में यह मेगा शो गुरुवार को ही क्यों। क्योंकि इसके बाद शनिवार तक मोदी की 7 रैलियां गुजरात में होना है। दूसरे चरण का मतदान 5 दिसंबर को होना है। 8 दिसंबर को नतीजे आएंगे। 

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क़मर वहीद नक़वी
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