हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी
सत्ता विरोधी लहर के बावजूद कांग्रेस हुड्डा और शैलजा के बीच की गुटबाजी को रोकने में नाकाम रही है। राहुल गांधी रैलियों में दोनों का हाथ मिलवाते रहे, लेकिन पार्टी के प्रचार के लिए उनके दिल नहीं मिले। गुटबाजी ने पार्टी की संभावनाओं को बेहद कमजोर कर दिया है। ज़मीनी स्तर पर, कांग्रेस ने भाजपा की तरह एकजुट होकर चुनाव नहीं लड़ा, कई बागी निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे थे।