सीमा और भूभाग के मसले पर 29 सितम्बर को चीन ने अचानक अपना रुख कड़ा करने के एक दिन बाद अपने तेवर नरम किये हैं। उसने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों की 10 सितम्बर को मास्को में हुई बैठक के बाद बनी पांच- सूत्री सहमति को लागू करने पर ज़ोर दिया है। इस सहमति में विसैन्यीकरण और भड़काने वाली तैनाती को ख़त्म करने की प्रतिबद्धता शामिल है।
चीन अपने सैनिकों को वापस बुलाएगा भी तो कहाँ तक?
- विश्लेषण
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- 1 Oct, 2020


टेबल पर होने वाली वार्ताओं में चीन जो कहता है, उसे वह ज़मीन पर कब लागू करेगा। अब तक हम चीन की कथनी और करनी में भारी फर्क देखते रहे हैं। फलस्वरूप पूर्वी लद्दाख के सीमांत इलाक़ों में ज़मीनी हालात काफी संवेदनशील और तनावपूर्ण चल रहे हैं और दोनों देशों के सैनिक तीन सौ मीटर की दूरी पर आमने सामने तैनात हो चुके हैं। मामूली ग़लतफहमी या भड़काने वाली कार्रवाई से दोनों देशों के बीच खुला युद्ध छिड़ सकता है।





















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