एअर इंडिया के पाँच पायलट, एक इंजीनियर और एक टेक्नीशियन में कोरोना संक्रमण पाया गया है। इन्हें घर पर ही क्वरेन्टाइन करने की सलाह दी गई है।
इनमें से किसी में पहले से कोरोना का कोई लक्षण नहीं था।

शनिवार को एअर इंडिया के 77 पायलटों का टेस्ट किया गया। इनमें से ये लोग कोरोना पॉज़िटिव पाए गए। ये पायलट बोइंग 787 ड्रीमलाइनर उड़ाते थे। इन्होंने 20 अप्रैल के बाद से कोई हवाई जहाज़ नहीं उड़ाया है।

एअर इंडिया लॉकडाउन में जगह-जगह फँसे हुए भारतीयों को सुरक्षित स्वदेश लाने की मुहिम में जुटा हुआ है। इसने इटली और ईरान से भी भारतीयों को निकाला। बीते दिनों खाड़ी देशों से भारतीयों को लाया गया। इसके अलावा एक हवाई जहाज़ लंदन से 326 लोगों को लेकर रविवार की सुबह मुंबई उतरा।
विदेशों में फँसे हुए भारतीयों को निकालने का काम 7 मई को शुरू हुआ। इसके तहत लगभग 15 हज़ार लोगों को निकालने के लिए 64 उड़ानें भरी जाएंगी।

शिकायत तो पहले ही की थी

बता दें कि इसके पहले एअर इंडिया के  पायलटों ने नगर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी से शिकायत की थी। उन्होंने ख़त लिख कर शिकायत की थी कि विदेश में फंसे लोगों को निकालने गए उन लोगों को उड़ान के दौरान घटिया किस्म के प्रोटेक्टिव उपकरण दिए गए थे। 
इस चिट्ठी में यह भी आरोप लगाया गया कि सैनिटाइज़र पर्याप्त मात्रा में नहीं दिए गए और डिसइनफेक्ट करने का तरीका बहुत अच्छा नहीं था। पायलटों ने मंत्री से कहा कि क्रू मेम्बरों के लिए डॉक्टर, एंबुलेन्स और दूसरी बुनियादी सुविधाएं 24 घंटे उपलब्ध होनी चाहिए ताकि ज़रूरत होने पर क्रू मेम्बरों को ये चीजें मिल सकें।