भारतीय अरबपति गौतम अडानी और उनके समूह के खिलाफ अमेरिकी धोखाधड़ी के आरोपों को सुलझाने की कोशिश अटक गई है। इससे अडानी ग्रुप की विस्तार योजनाओं पर रेगुलेटर का दबाव बढ़ गया है। ब्लूमबर्ग ने सूत्रों के हवाले से खबर देते हुए कहा कि यह रुकावट अमेरिका और भारत के बीच तनावपूर्ण संबंधों के कारण हुई है। इसी तरह मुकेश अंबानी पर रूस से सस्ता तेल खरीदने का आरोप है। अमेरिका इस मामले में अंबानी पर भी शिकंजा कस रहा है। हालांकि अंबानी के सस्ता तेल खरीदने से भारत की जनता को कोई फायदा नहीं हुआ। तेल की कीमतें कभी कम हुई ही नहीं। पेट्रोल-डीजल के रेट एक बड़ा स्कैम साबित हो रहे हैं। विपक्ष ने इस मामले को बार-बार उठाया है।