अहमदाबाद से लंदन के गैटविक के लिए उड़ान भरने वाला एयर इंडिया का विमान AI171 टेकऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गया। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय यानी डीजीसीए के अनुसार, विमान के पायलट ने टेकऑफ़ के बाद अहमदाबाद एयर ट्रैफिक कंट्रोल यानी एसीटी को मेडे कॉल दी थी, लेकिन इसके बाद विमान से एटीसी के कॉल्स का कोई जवाब नहीं मिला।

मेडे यानी Mayday एक आपातकालीन संदेश है जो विमानन या समुद्री क्षेत्र में इस्तेमाल होता है। इसका मतलब है कि विमान या जहाज बहुत बड़े ख़तरे में है और उसे तुरंत मदद की ज़रूरत है। यह शब्द फ्रेंच भाषा के m'aider यानी मेरी मदद करो से आया है। जब पायलट या कप्तान 'मेडे' कहते हैं तो यह बताते हैं कि स्थिति बहुत गंभीर है, जैसे कि दुर्घटना का ख़तरा या जान का जोखिम है।
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रिपोर्टों में डीजीसीए के बयान के हवाले से कहा गया है कि बोइंग 787-8 विमान ने 12 जून 2025 को दोपहर 13:38 पर अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के रनवे 23 से उड़ान भरी थी। टेकऑफ़ के तुरंत बाद विमान तेजी से ऊंचाई खोता हुआ नज़र आया और हवाई अड्डे की परिधि के बाहर मेघनीनगर क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना स्थल से भारी काला धुआं उठता देखा गया।

विमान में कुल 242 लोग सवार थे, जिसमें 2 पायलट और 10 केबिन क्रू शामिल थे। विमान का नेतृत्व कैप्टन सुमीत सभरवाल कर रहे थे। इनको 8200 घंटे की उड़ान का अनुभव था, जबकि को-पायलट क्लाइव कुंदर के पास 1100 घंटे की उड़ान का अनुभव था।
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डीजीसीए ने अपने बयान में कहा, '12 जून 2025 को एयर इंडिया का बोइंग 787 विमान VT-ANB फ्लाइट संख्या AI-171 के रूप में अहमदाबाद से गैटविक जा रहा था। यह टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया।' 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह और नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू से बात की है और उन्हें अहमदाबाद पहुंचकर हर संभव सहायता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। अहमदाबाद हवाई अड्डा वर्तमान में बंद है और अगली सूचना तक सभी उड़ान संचालन अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है।

जांच के लिए डीजीसीए और अन्य संबंधित टीमें मौक़े पर पहुंच चुकी हैं। इस दुखद घटना ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है, और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं।