रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 में दुनियाभर में 489,000 मौतें ओजोन जोखिम के कारण हुईं। इनमें से लगभग 50% या 237,000 मौतें भारत में हुईं। भारत में 2021 में पांच साल से कम उम्र के बच्चों की प्रदूषण से जुड़ी मौतों की सबसे अधिक संख्या दर्ज की गई, जिसमें वायु प्रदूषण के कारण कम से कम 169,400 मौतें हुईं। कोविड महामारी को छोड़कर, भारत में वायु प्रदूषण के कारण होने वाली मौतों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।