लोकपाल की माँग को लेकर समाजसेवी अन्ना हज़ारे 30 जनवरी से एक बार फिर भूख हड़ताल पर बैठने जा रहे हैं। अन्ना ने कहा है कि जब तक उनकी माँगे पूरी नहीं होंगी वह अनशन नहीं तोड़ेंगे। पिछली बार तो अन्ना के आंदोलन ने तत्कालीन मनमोहन सरकार को झुकने को मज़बूर कर दिया था लेकिन सवाल यह है कि क्या वह मोदी सरकार को भी उसी तरह अपनी माँगों को लेकर झुका पाएँगे।