लोकपाल की माँग को लेकर समाजसेवी अन्ना हज़ारे 30 जनवरी से एक बार फिर भूख हड़ताल पर बैठने जा रहे हैं। अन्ना ने कहा है कि जब तक उनकी माँगे पूरी नहीं होंगी वह अनशन नहीं तोड़ेंगे। पिछली बार तो अन्ना के आंदोलन ने तत्कालीन मनमोहन सरकार को झुकने को मज़बूर कर दिया था लेकिन सवाल यह है कि क्या वह मोदी सरकार को भी उसी तरह अपनी माँगों को लेकर झुका पाएँगे।
लोकपाल : क्या मनमोहन की तरह मोदी को भी झुका पाएँगे अन्ना?
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- 5 Feb, 2019

लोकपाल की माँग को लेकर अन्ना हज़ारे 30 जनवरी से एक बार फिर भूख हड़ताल पर बैठने जा रहे हैं। अन्ना ने कहा है कि जब तक उनकी माँगे पूरी नहीं होंगी वह अनशन नहीं तोड़ेंगे।

अन्ना आंदोलन के ही दबाव में यूपीए सरकार को दिसंबर, 2013 में लोकसभा और राज्यसभा में लोकपाल विधेयक पारित करवाना पड़ा था। 1 जनवरी, 2014 को राष्ट्रपति ने लोकपाल और लोकायुक्त क़ानून पर अपनी मुहर लगा दी थी। अन्ना 2011 में लोकपाल की माँग को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन पर बैठे थे।




















