एनआईए ने दिल्ली में एक बयान में कहा कि जांच में दो गिरफ्तार किए गए नरूबिला के जाना और निनारुया अनलबेरिया के मैती सहित कई लोगों की संलिप्तता का पता चला है, जिन्हें "प्रमुख साजिशकर्ता" के रूप में नामित किया गया है। एनआईए ने कहा कि जब अधिकारी गिरफ्तारी करने गए तो टीम को ग्रामीणों के "कड़े प्रतिरोध" का सामना करना पड़ा।टीम ने जना के आवास समेत पांच अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की थी। जब टीम गिरफ्तार दोनों को लेकर गांव से निकल रही थी, तो महिलाओं समेत ग्रामीणों ने वाहन को घेर लिया और उस पर पथराव किया। एनआईए ने अपने बयान में कहा, टीम के एक सदस्य को मामूली चोट आई जबकि गाड़ी में तोड़फोड़ की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा- “चुनाव से ठीक पहले हमारे एजेंटों को चॉकलेट बम के सिलसिले में गिरफ्तार किया जा रहा है। सभी केंद्रीय एजेंसियों को हमारे खिलाफ तैनात किया गया है। ” ममता ने कहा- "एनआईए और सीबीआई बीजेपी के भाई-बहन हैं, जबकि ईडी और आईटी फंडिंग बॉक्स हैं।" ममता ने अपने प्रचार भाषण के दौरान ग्रामीणों की कार्रवाई का बचाव किया। टीएमसी प्रमुख ने कहा- “हमला भूपतिनगर की महिलाओं द्वारा नहीं किया गया था। यह राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने खुद पर किया था। अगर महिलाओं पर हमला हुआ तो क्या महिलाएं शांत बैठेंगी?"