नीतीश के नहीं आने से इस यात्रा पर पहले भी फर्क नहीं पड़ने जा रहा था। क्योंकि बिहार में जिस भी दल की रैली या कार्यक्रम होता है, उसमें उसी के समर्थक और कार्यकर्ता पहुंचते हैं। इसलिए राहुल की रैली में कांग्रेस कार्यकर्ता ही होंगे। स्थिति तब बदल सकती है जब लालू या तेजस्वी सोमवार को यह ऐलान कर दें कि वो मंगलवार को पूर्णिया में राहुल के मंच पर होंगे। हो सकता है कि शाम तक इस तरह का ऐलान सामने आए।