क्रिसमस पर प्रधानमंत्री के चर्च दौरे के बीच देश के कई हिस्सों में ईसाइयों पर हमलों की खबरें सामने आईं। विपक्ष ने इसे पाखंड करार देते हुए सरकार पर तीखा हमला बोला।
क्रिसमस के मौक़े पर विवाद हुआ।
क्रिसमस का त्योहार खुशी और शांति का प्रतीक है, लेकिन देश में कई जगहों पर यह हिंसा, हमलों और राजनीतिक बयानबाजी में बदल गया। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली के एक चर्च की प्रार्थना में पहुंचे, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी शासित राज्यों में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद जैसे दक्षिणपंथी संगठनों ने ईसाई समुदाय पर हमले किए। क्रिसमस की सजावट जलाने, तोड़फोड़ करने और प्रार्थना में बाधा डालने जैसी घटनाएँ हुईं। विपक्ष ने पीएम पर निशाना साधा और कहा कि 'यह पाखंड है- चर्च में फोटो खिंचवाना और गुंडों को खुली छूट देना'।
क्रिसमस की सुबह पीएम मोदी दिल्ली के कैथेड्रल चर्च ऑफ द रिडेम्पशन पहुंचे। यहां वे ईसाई समुदाय के साथ प्रार्थना में शामिल हुए। दिल्ली और उत्तर भारत के ईसाई समुदाय के कई लोग मौजूद थे। पीएम ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, 'दिल्ली में कैथेड्रल चर्च ऑफ द रिडेम्पशन में क्रिसमस की सुबह की प्रार्थना में शामिल हुआ। इस प्रार्थना ने प्रेम, शांति और करुणा का शाश्वत संदेश दिया। क्रिसमस की भावना हमारे समाज में सद्भाव और सद्भावना को प्रेरित करे।'
पीएम की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, लेकिन इन्हें देखते ही विपक्ष भड़क गया। विपक्ष ने देश के अलग-अलग हिस्सों में क्रिसमस के मौक़े पर ईसाइयों पर किए जा रहे हमलों को लेकर हमला किया और प्रधानमंत्री पर इसको लेकर तंज कसे।
देशभर में हमले की घटनाएँ
क्रिसमस से पहले और त्योहार के दिन कई राज्यों में ईसाई समुदाय को निशाना बनाया गया। पुलिस और प्रशासन पर आरोप लगा कि वे हमलावरों की मदद कर रहे हैं या आंखें बंद किए हुए हैं।असम: स्कूल में क्रिसमस की सजावट तोड़ी
नलबाड़ी में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ता सेंट मैरी इंग्लिश स्कूल पानीगांव में घुस गए। उन्होंने क्रिसमस की सजावट तोड़ी, पोस्टर और बैनर जला दिए। 'जय श्री राम' और 'जय हिंदू राष्ट्र' के नारे लगाए। स्कूल में क़रीब 1000 छात्र पढ़ते हैं, लेकिन छुट्टी होने से कोई बच्चा नहीं था। पुलिस ने शिकायत मिलने पर एफ़आईआर दर्ज करने की बात कही, लेकिन अभी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई। द वायर की रिपोर्ट के अनुसार वीएचपी के जिला सचिव भास्कर डेका ने पत्रकारों से कहा, 'हम यहां ईसाई त्योहार नहीं चाहते। भारतीय मूल के सामान बेचो।' उन्होंने कहा कि वे भारतीय त्योहारों से संबंधित किसी भी सामान की बिक्री के खिलाफ़ नहीं हैं, लेकिन गैर-भारतीय मूल के त्योहार पर व्यापार करना उन्हें मंज़ूर नहीं है।
छत्तीसगढ़: मॉल में तोड़फोड़
रायपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने मैग्नेटो मॉल में क्रिसमस की सजावट तोड़ दी। 30 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने नफरती नारे लगाए और सैंटा क्लॉज की मूर्ति तोड़ी। यह घटना 24 दिसंबर को हुई, जब राज्य में कांकेर जिले में कथित धर्मांतरण के खिलाफ बंद का ऐलान था। मॉल मैनेजमेंट की शिकायत पर पुलिस ने 49 लोगों के खिलाफ एफ़आईआर दर्ज की। वीडियो में लाठियों से हमला करते लोग दिख रहे हैं।
मध्य प्रदेश: बीजेपी पदाधिकारी विवाद में
जबलपुर में भाजपा की जिला उपाध्यक्ष अंजू भार्गव और अन्य ने हवा बाग चर्च में घुसकर एक दृष्टिहीन युवती पर हमला किया। वीडियो में अंजू महिला अपशब्द कहती और मारने की कोशिश करती दिख रही हैं। घटना 20 दिसंबर की है, लेकिन कई दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। भाजपा ने अंजू को शो-कॉज नोटिस जारी किया। पीड़िता ने कहा, 'क्रिसमस मनाने से धर्म बदलना नहीं होता।' जबलपुर में एक और घटना में हिंदुत्ववादी चर्च में घुसे और प्रार्थना रोक दी।
उत्तर प्रदेश: चर्च के सामने हनुमान चालीसा पाठ
हिंदुत्ववादी संगठनों ने बरेली कैंट इलाके के सेंट अल्फोंसस चर्च के सामने हनुमान चालीसा पढ़ी। 20 से ज्यादा लोग 'जय श्री राम' के नारे लगाते हुए पहुंचे। पुलिस मौजूद थी, लेकिन कोई रोकटोक नहीं की। यह घटना क्रिसमस से पहले हुई। हिंदुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार बजरंग दल के इन कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि चर्च के क्रिसमस समारोह में हिंदू धर्म को गलत तरीके से पेश किया गया जिससे हिंदू जन भावनाओं को ठेस पहुंची है। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिसकर्मी घटना का वीडियो रिकॉर्ड करते दिख रहे थे।हरियाणा: हनुमान चालीसा का पाठ
हिसार में बजरंग दल और वीएचपी ने सेंट थॉमस चर्च के सामने क्रांतिमान पार्क में हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया। यह महाराजा सूरजमल बलिदान दिवस के नाम पर था। पुलिस ने तीन कंपनियां तैनात कीं, बैरिकेडिंग की और वॉटर कैनन रखे। ईसाई समुदाय ने कहा कि 160 साल से ऐसा नहीं हुआ।
विपक्ष का हमला
विपक्ष ने इन घटनाक्रमों को लेकर पीएम मोदी को 'पाखंडी' कहा। कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी ने एक्स पर लिखा, 'प्रधानमंत्री जी, एक तरफ आप क्रिसमस की प्रार्थना में जा रहे हैं, दूसरी तरफ भाजपा शासित राज्यों में गुंडे तोड़फोड़ कर रहे हैं। क्या आप देख नहीं रहे या नजरअंदाज कर रहे हैं? देश को बताएं कि संविधान है, अराजकता नहीं चलेगी।'टीएमसी सांसद सागरिका घोष ने कहा, 'देशभर में ईसाइयों और चर्चों पर हमले हो रहे हैं, और पीएम मोदी फोटो खिंचवाने में लगे हैं। पीएम ने पाखंड और धोखे को कला की तरह बना दिया है।'
आम आदमी पार्टी के संजय सिंह ने एक्स पर वीडियो शेयर कर लिखा, 'मोदी जी गिरजाघर जाने की नौटंकी कर रहे हैं, काश नफरती नेताओं पर माफी मांगते। जबलपुर में भाजपा महिला नेता ने नेत्रहीन महिला को गाली दी। मोदी को माफी मांगनी चाहिए। देश गांधी-बुद्ध के रास्ते पर चलेगा, गोडसे के नहीं।'
केरल कांग्रेस ने एक्स पर लिखा, 'मोदी चर्च में ईसाइयों को मनाने में लगे हैं, जबकि उनके गुंडे क्रिसमस जश्न में खलल डाल रहे हैं।'
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने कहा, 'बहुसंख्यकों की ताकत अल्पसंख्यकों को बिना डर के जीने देने में है। पीएम क्रिसमस मना रहे हैं, लेकिन दक्षिणपंथी समूह हमले कर रहे हैं। मणिपुर के बाद जबलपुर, रायपुर में हमले अस्वीकार्य हैं। केंद्र की भाजपा सरकार में अल्पसंख्यकों पर हेट स्पीच 74% बढ़ी। समाज को बांटने वाले दंगाइयों को रोकना जरूरी है।'
बीजेपी का जवाब
बीजेपी की शाजिया इलमी ने स्टालिन पर पलटवार किया। उन्होंने एएनआई से कहा, 'स्टालिन क्रिसमस पर मोदी जी के खिलाफ जहर उगल रहे हैं। स्टालिन की पार्टी सनातन धर्म को गाली देती है। मोदी सरकार में अल्पसंख्यकों को कल्याण योजनाओं से ज्यादा फायदा मिला, बिना भेदभाव के। स्टालिन खुद में देखें कि एक धर्म से इतनी नफरत क्यों।' सरकार या भाजपा से अन्य घटनाओं पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।