भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि यह सुनिश्चित करना सभी की जिम्मेदारी है कि क़ानून दमन का साधन न बने बल्कि न्याय का एक साधन बना रहे। वह क़ानून व्यवस्था और न्याय को लेकर बात रख रहे थे।
कानून दमन का माध्यम नहीं बनना चाहिए: सीजेआई
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- 13 Nov, 2022
क्या क़ानून का भी इस्तेमाल दमन या उत्पीड़न के लिए किया जाता है? जानिए भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने इसको लेकर क्यों आगाह किया है।

उन्होंने कहा कि कभी-कभी क़ानून और न्याय एक ही लाइन में नहीं चलते हैं। सीजेआई ने कहा, 'कानून न्याय का एक साधन हो सकता है लेकिन कानून उत्पीड़न का एक साधन भी हो सकता है। हम जानते हैं कि औपनिवेशिक काल में एक ही कानून, जैसा कि यह आज अस्तित्व में है, उत्पीड़न के एक साधन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता था।' मुख्य न्यायाधीश यानी सीजेआई जस्टिस चंद्रचूड़ शनिवार को हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप समिट में बोल रहे थे।