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मणिपुर में इंसानियत मर गई: कांग्रेस

हिंसा प्रभावित मणिपुर में दो महिलाओं को नग्न कर घुमाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कई विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार की निंदा की है। कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस कर कहा है कि 'हिंसा का खामियाजा हमेशा महिलाओं को ही क्यों भुगतना पड़ता है? क्या सदन में इसकी चर्चा होगी? आज मणिपुर में महिलाओं के साथ हैवानियत हुई है। INDIA सरकार से जवाब मांग रहा है।'

मणिपुर की इस ताज़ा घटना को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी सरकार की आलोचना की है। उन्होंने कहा, 'मणिपुर में मानवता मर गई है।' खड़गे ने कहा, 'मोदी सरकार और भाजपा ने राज्य के नाजुक सामाजिक ताने-बाने को नष्ट करके लोकतंत्र और कानून के शासन को भीड़तंत्र में बदल दिया है…।'

कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा है, 'यदि आपकी सरकार में ज़रा भी विवेक या शर्म बची है, तो आपको संसद में मणिपुर के बारे में बोलना चाहिए और केंद्र और राज्य दोनों में अपनी दोहरी अक्षमता के लिए दूसरों को दोष दिए बिना, देश को बताना चाहिए कि क्या हुआ। आपने अपनी संवैधानिक ज़िम्मेदारी छोड़ दी है। संकट की इस घड़ी में हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं।'

मणिपुर की इस ताज़ा घटना पर आज सुबह कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस नेता नेट्टा डिसूजा और रंजीत रंजन ने कहा, 'अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा देने के बाद भी क्या हम उन महिलाओं की गरिमा बहाल कर पाएंगे?'

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राजन ने कहा कि केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया था कि 4 मई की घटना की जांच की जा रही है। 'मैंने सरकार से पूछा, प्रधान मंत्री चुप क्यों हैं?… वीडियो 77 दिन पुराना है। एफआईआर दर्ज की गई। फिर भी, अब तक दोषियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है।' उन्होंने कहा, 'आप किस तरह की सरकार चला रहे हैं? हमारे गृह मंत्री कहाँ हैं? हमारे प्रधानमंत्री कहाँ हैं?' 
सोशल मीडिया पर मणिपुर की दो महिलाओं का बुधवार शाम को वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कहा था कि पीएम की चुप्पी और निष्क्रियता ने मणिपुर को अराजकता की ओर ले गया है।

राहुल ने कहा था, 'जब मणिपुर में भारत के विचार पर हमला किया जा रहा है तो INDIA चुप नहीं रहेगा। हम मणिपुर के लोगों के साथ खड़े हैं। शांति ही आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता है।'

हालाँकि, प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर में हिंसा शुरू होने के बाद आज पहली बार बोला है। वह भी तब जब संसद सत्र शुरू होने से पहले पत्रकारों को संबोधित करने की प्रथा को वह पूरा कर रहे थे। अभी भी यह सवाल लगातार पूछा जा रहा है कि क्या संसद में यह मुद्दा उठाने दिया जाएगा और इस पर बहस होगी?

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संसद में बहस हो या नहीं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मणिपुर हिंसा और दो महिलाओं को नग्न घुमाने के वायरल वीडियो के बारे में बात की और कहा कि वह दुखी हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर का नाम लेते हुए कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ और राजस्थान का नाम लिया है। इस पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

मणिपुर में तीन महीने से ज्यादा समय से हिंसा की घटनाएं चल रही हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री चुप रहे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी मणिपुर गए और पीएम मोदी की चुप्पी पर बार-बार सवाल उठाया। केंद्र सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को मणिपुर भेजा लेकिन उसके बाद हालात बिगड़ते चले गए। 

बता दें कि मणिपुर में 3 मई से मेइती लोगों और एसटी कूकी-ज़ोमी लोगों के बीच लगातार जातीय हिंसा देखी जा रही है। 27 मार्च के विवादास्पद आदेश के खिलाफ एक आदिवासी विरोध के तुरंत बाद हिंसा शुरू हो गई थी। अब तक 100 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, सैकड़ों अन्य घायल हो गए हैं और हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं। सैकड़ों घरों में आगजनी की घटना हुई है। कई चर्चों में भी आग लगाने की घटना सामने आई है।

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क़मर वहीद नक़वी
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