गली-गली, गांव-गांव और घर-घर तक कोरोना वायरस का ख़ौफ़ है। हर शख़्स मुंह पर मास्क लगाये और इस वायरस के फैलने को लेकर बात करता दिख रहा है। इस वायरस के संक्रमण का ख़तरा वैसे तो सभी जगह है लेकिन घनी बस्तियों, महानगरों की सोसायटियों में, जहां थोड़ी सी जगह में हज़ारों लोग रहते हैं, वहां अगर कोई व्यक्ति संक्रमित हो गया तो, कैसे इतने लोगों को क्वरेंटीन किया जा सकेगा, यह सबसे बड़ी चिंता है।
अभी भी मान जाइए, सब्जी-फलों और किराने की दुकान पर भीड़ मत लगाइये
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- 26 Mar, 2020
सरकार कह रही है कि संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान भी आपको सब्जी, दूध, दवा और अन्य ज़रूरी चीजों की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी। लेकिन लोग मानने के लिये तैयार नहीं हैं।

संपूर्ण लॉकडाउन के बाद भी आज़मगढ़ की सब्जी मंडी में जुटी भारी भीड़।
केंद्र और तमाम राज्य सरकारें लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब समझा रही हैं। यह भी कहा जा रहा है कि संपूर्ण लॉकडाउन के दौरान भी आपको सब्जी, दूध, दवा और अन्य ज़रूरी चीजों की कोई कमी नहीं होने दी जायेगी। लेकिन बावजूद इसके कुछ लोग मानने के लिये तैयार नहीं हैं। दुकानों, सब्जी मंडी में भारी भीड़ लगी हुई है और यह तब हो रहा है जब देश में संपूर्ण लॉकडाउन का एलान किया गया है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा है कि इसे एक तरह से कर्फ्यू ही समझा जाना चाहिए।