ऐसी रिपोर्टें हैं कि डॉक्टरों को कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज रेनकोट और हेलमेट पहनकर करना पड़ रहा है। क्या कोरोना जैसे वायरस से इसका बचाव संभव है? क्या इससे डॉक्टर और नर्स की सुरक्षा को ख़तरा नहीं है?
रेनकोट, हेलमेट पहनकर डॉक्टर कैसे करेंगे कोरोना के मरीजों का इलाज?
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- 1 Apr, 2020
ऐसी रिपोर्टें हैं कि डॉक्टरों को कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज रेनकोट और हेलमेट पहनकर करना पड़ रहा है। क्या कोरोना जैसे वायरस से इसका बचाव संभव है? क्या इससे डॉक्टर और नर्स की सुरक्षा को ख़तरा नहीं है?

दरअसल, ऐसी स्थिति इसलिए हुई है क्योंकि स्वास्थ्य कर्मियों को उपलब्ध कराए जाने वाले पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट यानी पीपीई किट की कमी है। डॉक्टर, नर्स या बाक़ी स्टाफ़ द्वारा कोरोना जैसे वायरस से बचने के लिए पहने जाने वाले ग्लव्स, मास्क, चश्मे, कवरॉल यानी सूट पीपीई किट में शामिल होते हैं। अब सरकार दक्षिण कोरिया, सिंगापुर जैसे देशों से इसको आयात करने जा रही है। इसका मतलब साफ़ है कि कोरोना वायरस से निपटने की तैयारी पहले से नहीं हुई और जब इसकी ज़रूरत आन पड़ी तो इसकी व्यवस्था की जा रही है।