केंद्र सरकार भले ही यह दावा करे कि कोरोना अभूतपूर्व महामारी है और किसी को यह अनुमान नहीं था कि यह ऐसे कहर ढाएगा, सच तो यह है कि उसे उसकी ओर से ही गठित विशेषज्ञों की एक कमेटी ने पहले ही आगाह कर दिया था कि कोरोना संकट बहुत तेज़ी से बढ़ेगा और मई महीने के बीचोबीच यह चरम पर होगा, यानी उस समय तक कोरोना के मामले बढ़ते रहेंगे।
कोरोना के मई में 'पीक' पर पहुँचने की जानकारी केंद्र को थी, क्या किया?
- देश
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- 4 May, 2021
केंद्र सरकार को विशेषज्ञों की एक कमेटी ने पहले ही आगाह कर दिया था कि कोरोना संकट बहुत तेज़ी से बढ़ेगा और मई महीने के बीचोबीच यह चरम पर होगा, यानी उस समय तक कोरोना के मामले बढ़ते रहेंगे।

सवाल यह है कि क्या केंद्र सरकार ने इसे गंभीरता से लिया और महामारी को रोकने या उससे निबटने के लिए कुछ किए?
विशेषज्ञों ने दी थी चेतावनी
'एनडीटीवी' ने आईआईटी हैदराबाद के प्रोफेसर और कोविड-19 सुपरमॉडल कमेटी के प्रमुख डा. एम विद्यासागर के हवाले से यह दावा किया है कि केंद्र सरकार को 2 अप्रैल को ही यह आगाह कर दिया गया था कि कोरोना के नए मामले रोज़ाना बढ़ेंगे और 15 मई से 22 मई के बीच रोजाना कोरोना के मामले 1.2 लाख तक पहुँच सकते हैं।