देश के 20 बड़े और मशहूर वकीलों ने लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मज़दूरों की स्थिति और सरकार के रवैए पर एक बेहद कड़ी चिट्ठी सुप्रीम कोर्ट को लिखी। इसमें सुप्रीम कोर्ट को उसके दायित्व की याद दिलाई गई है और आग्रह किया गया है कि वह इस मुद्दे पर स्वत: संज्ञान ले और सरकार को आदेश दे।