लॉकडाउन के बाद पहली बार कोई ट्रेन चली। तेलंगाना में फँसे आप्रवासियों को उनको अपने गृह राज्य पहुँचाने के लिए। यह ट्रेन झारखंड के हटिया स्टेशन तक के लिए है। ट्रेन में क़रीब 1200 आप्रवासी हैं। यह सिर्फ़ एक ट्रेन है जिसको रेलवे ने एक बार चलाने की विशेष अनुमति दी। ट्रेन में 24 डिब्बे हैं। एक डब्बे में सामान्य रूप से 72 लोगों के लिए व्यवस्था होती है, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करने के लिए हर डिब्बे में 54 लोगों को ही जाने दिया गया। ट्रेन के खुलने के बाद रेल मंत्रालय ने बयान जारी किया कि यह तेलंगाना सरकार के आग्रह पर सिर्फ़ एक बार चलने के लिए एक ट्रेन को अनुमति दी गई।
लॉकडाउन के बाद आप्रवासियों के लिए पहली ट्रेन तेलंगाना से झारखंड के लिए चली
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- 1 May, 2020
लॉकडाउन के बाद पहली बार कोई ट्रेन चली। तेलंगाना में फँसे आप्रवासियों को उनको अपने गृह राज्य पहुँचाने के लिए। यह ट्रेन झारखंड के हटिया स्टेशन तक के लिए है। यह सिर्फ़ एक ट्रेन है जिसको रेलवे ने एक बार चलाने की विशेष अनुमति दी है।

रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने जारी बयान में कहा है, 'यह केवल एक बार चलने वाली विशेष ट्रेन है। आगे की सभी रेलगाड़ियों की योजना केवल रेल मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार और जहाँ से ट्रेन खुलेगी व जहाँ ट्रेन जाएगी वहाँ की राज्य सरकारों के अनुरोध पर बनाई जाएगी।'