लॉकडाउन के बाद पहली बार कोई ट्रेन चली। तेलंगाना में फँसे आप्रवासियों को उनको अपने गृह राज्य पहुँचाने के लिए। यह ट्रेन झारखंड के हटिया स्टेशन तक के लिए है। ट्रेन में क़रीब 1200 आप्रवासी हैं। यह सिर्फ़ एक ट्रेन है जिसको रेलवे ने एक बार चलाने की विशेष अनुमति दी। ट्रेन में 24 डिब्बे हैं। एक डब्बे में सामान्य रूप से 72 लोगों के लिए व्यवस्था होती है, लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का पालन करने के लिए हर डिब्बे में 54 लोगों को ही जाने दिया गया। ट्रेन के खुलने के बाद रेल मंत्रालय ने बयान जारी किया कि यह तेलंगाना सरकार के आग्रह पर सिर्फ़ एक बार चलने के लिए एक ट्रेन को अनुमति दी गई।