सुप्रीम कोर्ट चुनावी बॉन्ड मामले की सुनवाई शुरू करेगा। चीफ जस्टिस एन.वी. रमना ने मंगलवार को जाने-माने वकील प्रशांत भूषण से यह बात कही। प्रशांत भूषण ने इस मुद्दे को चीफ जस्टिस के सामने उठाया था। चीफ जस्टिस ने कहा कि अदालत इस मामले की सुनवाई करना चाहती थी, लेकिन कोविड-19 महामारी की वजह से इसमें देरी हो गई।




सरकारी आंकड़ा बताता है कि 2018 से अभी तक 9208 करोड़ के चुनावी बॉन्ड अब तक बेचे जा चुके हैं। यानी नौ हजार करोड़ से ज्यादा पैसा राजनीतिक दलों के पास आ चुका है। ये पैसा किन लोगों या कंपनियों ने दिया है, देश नहीं जानता है। क्योंकि मोदी सरकार ने नियमों में बदलाव करके पहचान छिपाने की छूट दी है। दान के रूप में मिलने वाले चंदे के मामले में सत्तारूढ़ दल हमेशा फायदा में रहता है।