भारत के करोड़ों लोगों के मन में इन दिनों बार-बार यह सवाल कौंध रहा है कि आख़िर क्यों हमारा सदियों पुराना दोस्त नेपाल भी अब दुश्मनों की तरह पेश आ रहा है? मौजूदा दौर में चीन और पाकिस्तान की हरक़तों को लेकर अनेक बातें कही जाती हैं, लेकिन नेपाल के तेवर हमारे राजनयिकों, हुक़्मरानों और थिंक- टैंक के भी गले नहीं उतर रहा। साफ़ दिख रहा है, नेपाल की मौजूदा राजनीति भी उसी छद्म राष्ट्रवाद ही राह पर चल रही है, जिसका भारत में भी ज़बरदस्त बोलबाला है।