जिस इतिहास को दोबारा लिखने की बात बीजेपी और संघ से जुड़े लोग या इनके समर्थक समय-समय पर करते रहे हैं, उसको अब गृह मंत्री अमित शाह ने ही खुले मंच से कह दिया है। उन्होंने क्यों कहा कि कुछ लोगों ने इतिहास को विकृत कर दिया है? उन्होंने क्यों कहा कि सावरकर नहीं होते तो 1857 की क्रांति का सच सामने नहीं आ पाता?
हमें इतिहास लिखने से कौन रोकेगा: अमित शाह
- देश
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- 10 Jun, 2022
क्या इतिहास दोबारा लिखा जाएगा? क्या अब तक पढ़ाया जा रहा इतिहास सही नहीं है और उसे बदला जाएगा? देश के गृह मंत्री अमित शाह ने क्यों पूछा कि उन्हें इतिहास लिखने से कौन रोकेगा?

गृह मंत्री अमित शाह शुक्रवार को डॉ. ओमेंद्र रत्नू की पुस्तक 'महाराणा: सहस्र वर्षों का धर्मयुद्ध' के विमोचन के अवसर पर बोल रहे थे। अमित शाह ने कहा कि इतिहास सरकारों द्वारा नहीं रचा जा सकता है। उन्होंने समाज से इतिहास को उसके वास्तविक रूप में पेश करने की पहल करने का आग्रह किया। आक्रमणकारियों के ख़िलाफ़ भारतीय राजाओं द्वारा लड़े गए कई युद्धों को भुला दिए जाने पर दुख व्यक्त करते हुए अमित शाह ने कहा कि असम में अहोम राजाओं और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में शिवाजी के नेतृत्व वाले मराठा जैसी लड़ाइयों ने भारत को वह स्थान दिया है जहां वह आज है।