सरकार ने आधिकारिक तौर पर यह माना है कि लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर 1962 के भारत-चीन युद्ध के बाद सबसे गंभीर स्थिति है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने यह कहा है जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके पहले सार्वजनिक तौर पर कह चुके हैं कि 'भारत की सीमा के अंदर न कोई घुसा है न ही घुस कर बैठा है।' विदेश मंत्री का यह बयान स्पष्ट रूप से प्रधानमंत्री के बयान के उलट है, मौजूदा स्थिति को दर्शाता है। इससे सरकार की चिंता भी साफ़ होती है।