भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और हाल के आतंकी हमलों के मद्देनजर, भारत सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा और सीमा प्रबंधन को मजबूत करने के लिए त्वरित कदम उठाए हैं। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले और उसके बाद शुरू किए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर भारत के हमलों ने दोनों देशों के बीच स्थिति को तनावपूर्ण बना दिया है। इस पृष्ठभूमि में, 9 मई 2025 को नई दिल्ली में तीन महत्वपूर्ण उच्च-स्तरीय बैठकें आयोजित की गईं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारत-पाकिस्तान सीमा, हवाई अड्डों और अन्य सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा की, जबकि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) और तीनों सेना प्रमुखों के साथ सैन्य तैयारियों पर चर्चा की। जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य मंत्रालय की तैयारी की समीक्षा की।

गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में गृह मंत्रालय में आयोजित बैठक में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ), और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाल की गोलाबारी, ड्रोन हमलों, और अन्य उकसावे की घटनाओं के जवाब में बीएसएफ की तैनाती और तैयारियों का आकलन करना था। अमित शाह ने बीएसएफ को जम्मू, पंजाब, राजस्थान, और गुजरात के सीमावर्ती क्षेत्रों में चौकसी बढ़ाने और ड्रोन व मिसाइल खतरों से निपटने के लिए उन्नत तकनीक का उपयोग करने का निर्देश दिया। बीएसएफ द्वारा हाल के ड्रोन हमलों को नाकाम करने की सफलता की सराहना की गई, लेकिन और सख्त निगरानी की आवश्यकता पर जोर दिया गया।

बैठक में हवाई अड्डों की सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान दिया गया। पाकिस्तान द्वारा सैन्य ठिकानों और हवाई अड्डों को निशाना बनाने की कोशिशों के मद्देनजर, सीआईएसएफ को हवाई अड्डों पर सुरक्षा प्रोटोकॉल को और कड़ा करने का आदेश दिया गया। नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो द्वारा बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई, और कुछ उड़ानों पर प्रभाव के बावजूद ऑपरेशन को सामान्य रखने के प्रयासों पर चर्चा हुई। इसके अलावा, जम्मू-कश्मीर और अन्य सीमावर्ती राज्यों में संवेदनशील स्थानों पर अर्धसैनिक बलों की अतिरिक्त कंपनियों की तैनाती की प्रगति का जायजा लिया गया।

गृह मंत्री ने सोशल मीडिया पर राष्ट्र-विरोधी प्रचार को रोकने और सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल को तेजी से लागू करने के लिए राज्यों के साथ समन्वय बढ़ाने के निर्देश दिए। बैठक के बाद अमित शाह ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से उनके आवास पर मुलाकात की, जहां संभवतः राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े गोपनीय मुद्दों पर विचार-विमर्श हुआ।

शुक्रवार 9 मई को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की समीक्षा बैठक

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की बैठक

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने साउथ ब्लॉक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, थल सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी, और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह के साथ एक अलग बैठक की। इस बैठक का फोकस 'ऑपरेशन सिंदूर' की प्रगति, सीमा पर स्थिति, और सैन्य तैयारियों पर था। रक्षा मंत्री ने भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर किए गए सटीक हमलों की सराहना की।

इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के कई रिश्तेदारों के मारे जाने की खबरें हैं। पाकिस्तान द्वारा जम्मू, पठानकोट, उधमपुर, और राजस्थान के जैसलमेर में ड्रोन और मिसाइल हमलों की कोशिशों को नाकाम करने में भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों, जैसे आकाश, MRSAM, और S-400, की प्रभावशीलता पर भी चर्चा हुई।

बैठक में भारतीय नौसेना के वेस्टर्न फ्लीट और INS विक्रांत कैरियर स्ट्राइक ग्रुप की अरब सागर में तैनाती की समीक्षा की गई। उरी, कुपवाड़ा, पुंछ, और राजौरी जैसे क्षेत्रों में पाकिस्तान की गोलाबारी के जवाब में भारतीय सेना की कार्रवाइयों की प्रगति पर भी विचार हुआ। रक्षा मंत्री ने एकीकृत थिएटर कमांड की स्थापना और स्वदेशी रक्षा उत्पादन पर जोर दिया। भारतीय सेना को सीमा पर किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूर्ण परिचालन स्वतंत्रता की पुष्टि की गई, जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले निर्देश दिया था। नौसेना और वायु सेना को रणनीतिक क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति मजबूत करने और रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन को मिसाइल रेंज की सुरक्षा बढ़ाने का आदेश दिया गया।

रक्षा मंत्री और गृह मंत्री की बैठक से स्पष्ट है कि भारत सरकार पाकिस्तान से उत्पन्न खतरों को लेकर गंभीर और सक्रिय है। गृह मंत्रालय ने सीमा और आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया, जबकि रक्षा मंत्रालय ने सैन्य कार्रवाइयों और रणनीतिक तैयारियों को प्राथमिकता दी। सरकार ने सभी दलों को विश्वास में लिया है, जैसा कि 8 मई को आयोजित सर्वदलीय बैठक में देखा गया, जहां सभी दलों ने सेना के शौर्य की सराहना की और सरकार को समर्थन देने का वादा किया। भारत ने पाकिस्तान पर हर तरह का दबाव बढ़ा दिया है।

जेपी नड्डा ने स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की समीक्षा की

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने शुक्रवार को भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे सैन्य संघर्ष के बीच देश भर के अस्पतालों में स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे की तैयारियों की समीक्षा की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों के बारे में जानकारी दी और बताया कि नियंत्रण केंद्र से पूरी निगरानी की जा रही है। सूत्रों ने बताया कि नड्डा और उनकी टीम ने देश भर के अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों का आकलन किया।