गोयल ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों का स्थायी महत्व है और वार्ता में विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श किया जा रहा है। गोयल ने यह भी साफ़ किया कि भारत केवल उन देशों के साथ व्यापार समझौते करना चाहता है, जहां दोनों पक्षों के लिए फायदे की स्थिति हो।