हालांकि पिछली दो बार की सरकार भी एनडीए के नाम पर बनी लेकिन भाजपा के पास अपना खुद का बहुमत था। सही मायने में एनडीए गठबंधन की सरकार 10 साल बाद अब बनी है। गठबंधन सरकार में स्पीकर का पद महत्वपूर्ण होता है। इसलिए एनडीए की नजर इस पर है।
अभी तक एनडीए की ओर से डी पुरुंदेश्वरी देवी का नाम सूत्रों के हवाले से चलाया जा रहा है। वो आंध्र प्रदेश से भाजपा सांसद हैं और पहले केंद्र में मंत्री भी रह चुकी हैं। लेकिन जो सबसे महत्वपूर्ण बात है, वो ये डी पुरुंदेश्वरी दरअसल आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की साली हैं। भाजपा ने काफी सोचसमझकर यह दांव चला है, ताकि चंद्रबाबू अपनी पार्टी की ओर से किसी नाम की पेशकश न कर सकें। अपनी साली का विरोध वो क्यों करना चाहेंगे।