अब यह बिल्कुल साफ़ हो चुका है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी अगला लोकसभा चुनाव बालाकोट हमले के मुद्दे पर ही लड़ेगी और इस पर आक्रामक रवैया अपनाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र ने शनिवार को दिल्ली के पास ग्रेटर नोयडा में एक कार्यक्रम के बाद सार्वजनिक सभा में जिस भाषा और भाव-भंगिमा का इस्तेमाल किया, इससे उनका पहले से ज़्यादा आक्रामक रवैया साफ़ होता है। मोदी ने बालाकोट हवाई हमले की चर्चा की और इस पर संदेह करने वालों के भारतीय होने पर सवाल उठाए, उनकी राष्ट्रीयता पर संदेह किया और उन्हें पहचान लेने को कहा। उन्होंने पूछा, 'जिसकी रगों में हिन्दुस्तान का ख़ून हो, उसे शक होना चाहिए क्या? जो भारत माता की जय बोलता हो, उसको शक होना चाहिए क्या? वे कौन लोग हैं जो हवाई हमले पर शक कर रहे हैं? ऐसे लोगों पर भरोसा करोगे क्या?'