अगर किसी की मजबूरी का मज़ाक बनाना हो तो वह बात हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीखे। जिन्होंने बड़ी ही आसानी से 'विकलांग' को 'दिव्यांग' में परिवर्तित करके उनका विकास कर दिया। ऐसा करके वो यही जताना चाहते थे न, कि उन्होंने विकलांगों का विकास कर दिया है?
सरकार दिव्यांगों को विकलांग ही कहे, कड़वी सच्चाई से मुंह न मोड़े!
- देश
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- 29 Mar, 2025
प्रधानमंत्री मोदी की इस पहल को काफी पसंद किया गया था जब उन्होंने विकलांग के लिए दिव्यांग शब्द दिया था। लेकिन ज़मीनी हक़ीकत क्या है, शब्द बदलने से उनकी ज़िन्दगी में कोई राहत नहीं आई। शुभम देशमुख ने बहुत बारीकी से इस व्यथा को विस्तार से पेश किया है, पढ़ियेः
