कैफ़ ने कहा, ‘विभाजन के समय पाकिस्तान में क़रीब 20 प्रतिशत अल्पसंख्यक थे, लेकिन अब सिर्फ़ दो प्रतिशत बचे हैं। जबकि भारत में आज़ादी के बाद अल्पसंख्यकों की संख्या में उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी हुई है। पाकिस्तान आख़िरी देश होगा जो लेक्चर दे कि अल्पसंख्यकों से कैसा व्यवहार किया जाए।’