नागा शांति प्रक्रिया का यह पुराना फोटो कुछ याद दिलाता है
क्या पूर्वोत्तर के उग्रवादग्रस्त राज्य नागालैंड में बीते 25 वर्षों से चल रही शांति प्रक्रिया अपनी मंजिल तक पहुंचेगी? लाख टके के इस सवाल का जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है।
नागालैंड में तो देश की आजादी के बाद से ही आजादी की मांग उठने लगी थी। वहां शांति बहाली के लिए वर्ष 1949, 1960 और 1975 में तीन समझौते हुए थे। लेकिन अंतिम समझौते के पांच साल बाद यानी वर्ष 1980 में राज्य में नेशनल सोशलिस्ट कौंसिल ऑफ नागालैंड (एनएससीएन) नामक उग्रवादी संगठन का गठन हुआ जो बीते चार दशकों से पूर्वोत्तर में उग्रवाद का पर्याय बना हुआ है। वर्ष 1997 में एनएससीएन के मुइवा गुट ने एकतरफा युद्धविराम के जरिए शांति प्रक्रिया शुरू करने पर सहमति जताई थी। वर्ष 2000 में संगठन के खापलांग गुट ने भी युद्ध विराम का ऐलान कर दिया। लेकिन वह बाद में इससे अलग हो गया।