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पीएम- मुगल की तरह चिढ़ाता है विपक्ष; उनको जिन्ना, पाक के सपने आते हैं- विपक्ष

चुनाव में अब हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा उठ गया है! इसकी शुरुआत खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही की है। 'श्मशान-कब्रिस्तान', 'कपड़ों से ही पहचान लेते हैं' जैसे बयानों के लिए पहले के चुनावों में ही चौतरफ़ा आलोचनाएँ झेल चुके पीएम मोदी ने इस बार 'सावन में मटन' और 'नवरात्र में मछली' वाले वीडियो का मुद्दा छेड़ दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग सावन में मटन खा रहे थे, नवरात्र के दिन में कुछ लोग नॉनवेज खा रहे हैं और भावना भड़काने के लिए वीडियो दिखा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी के इस बयान पर विपक्षी इंडिया गठबंधन ने कहा है कि पीएम मोदी रोजगार, महंगाई जैसे असल मुद्दों पर आ नहीं सकते हैं क्योंकि उन्होंने कुछ काम नहीं किया है। उन्होंने कहा कि मोदी पीएम की गरिमा को भूल गये हैं।

विपक्षी इंडिया गठबंधन में शामिल कांग्रेस के नेता और आरजेडी के नेता ने पीएम मोदी के बयान पर क्या प्रतिक्रिया दी है, यह जानने से पहले यह जान लें कि आख़िर पीएम मोदी ने क्या कहा है और किस संदर्भ में उन्होंने ये बातें कही हैं। पीएम मोदी शुक्रवार को जम्मू कश्मीर के उधमपुर में एक चुनावी जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नवरात्र के दिन में लोग नॉनवेज खा रहे हैं और भावना भड़काने के लिए वीडियो दिखा रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, 'कांग्रेस और इंडी गठबंधन के नेता देशभर के मेरे परिवारजनों की भावनाओं से खिलवाड़ करने में जुटे हैं। ये लोग सावन में एक सजायाफ्ता आरोपी के घर मटन खाते हैं। यही नहीं, इसका वीडियो बनाकर देश के लोगों को चिढ़ाने का काम करते हैं। वोट बैंक के लिए इनकी मुगलिया सोच को देशवासी कभी माफ नहीं करने वाले!'

पीएम मोदी ने कहा, 'इन लोगों की मंशा कुछ और है। जब मुगल आक्रमण करते थे तो उनको राजा को पराजित करने से संतोष नहीं होता था। जब तक मंदिर तोड़ते नहीं थे, जब तक श्रद्धा... का क़त्ल नहीं करते थे तब तक उनको संतोष नहीं होता था। उनको इसी में मजा आता था। वैसे ही सावन के महीने में ये लोग वीडियो दिखाकर, मुगलों की मानसिकता की तरह, देश के लोगों को चिढ़ाना चाहते हैं।' उन्होंने कहा कि ये वोट बैंक पक्का करना चाहते हैं। 

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पीएम ने आगे कहा कि 'नवरात्र के दिनों में नॉनवेज खाना, अब इस मंशा से वीडियो दिखा-दिखाकर, भावना को चोट पहुँचाकर किसको खुश करने का खेल कर रहे हो।' 

प्रधानमंत्री मोदी का यह बयान तब आया है जब कुछ दिन पहले ही आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के मछली खाने का एक वीडियो सामने आया है। इसको तूल देने की कोशिश की गई। बीजेपी ने कहा है कि ये नवरात्र में मछली खाकर लोगों की भावनाओं को ठेस पहुँचा रहे हैं।' बीजेपी द्वारा कहा गया है कि राजद नेता ने सनातन के मूल्यों का अपमान किया है और नवरात्रि के दौरान मांसाहार खाकर तुष्टिकरण की राजनीति की है। 

इस पर तेजस्वी ने पलटवार करते हुए कहा कि यह वीडियो नवरात्रि से पहले का है और भाजपा बेरोजगारी, पलायन और गरीबी पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय केवल ऐसे मुद्दों पर बात कर सकती है।

तेजस्वी यादव ने सफाई दी और कहा था कि वीडियो पहले का है। उन्होंने पोस्ट में तारीख लिखी थी जो नवरात्र के पहले की थी। इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने बीजेपी वाले लोगों का आईक्यू टेस्ट लेने के लिए ऐसा किया था।

बता दें कि तेजस्वी ने ही एक्स पर वीडियो शेयर किया था जिसमें वह हेलिकॉप्टर में मछली के साथ रोटी, नमक और प्याज खा रहे थे। उनके साथ वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी भी थे। वीडियो की पोस्ट में आठ तारीख लिखी हुई थी। 

पीएम मोदी के हमले के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि भाजपा उन मुद्दों पर बात करने के बजाय इस पर ध्यान केंद्रित कर रही है कि लोग क्या खा रहे हैं और क्या पहन रहे हैं। उन्होंने कहा, 'वे बिहार के मुद्दों के बारे में बात नहीं कर रहे हैं। वे राज्य से पलायन कैसे रोकेंगे या सत्ता में आने पर अगले पांच वर्षों में क्या करेंगे, इस पर बात नहीं कर रहे हैं। उन्होंने 10 वर्षों में कुछ नहीं किया है। वे इस बारे में बात करते रहेंगे कि लोग क्या पहन रहे हैं और क्या खा रहे हैं, और इसके इर्द-गिर्द अपनी राजनीति केंद्रित करेंगे।'

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तेजस्वी ने कहा, 'मैं लंबे समय से नौकरियों के बारे में, रोजगार के बारे में, महंगाई के बारे में बोल रहा हूँ। वह इसका हिसाब नहीं देते। प्रधानमंत्री जो चाहें कुछ भी कह सकते हैं लेकिन जनता सुनना चाहती है कि उन्होंने बिहार के लोगों के लिए क्या किया। हम एक मांग कर रहे हैं, उन्होंने 10 साल में बिहार के लिए क्या किया, इसका हिसाब दें। प्रधानमंत्री को 10 साल का हिसाब देना चाहिए।'

पीएम मोदी के 'कांग्रेस घोषणापत्र में मुस्लिम लीग की छाप' वाले बयान पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'पीएम मोदी अपने पद की गरिमा भूल गए हैं। अगर कांग्रेस हर महिला को 1 लाख रुपये देना चाहती है तो फिर यह हिंदुओं या मुसलमान की बात कैसे है? सच तो यह है कि प्रधानमंत्री अभी भी 1925 में जी रहे हैं जबकि देश को आजादी 1947 में मिली थी।' सुरजेवाला ने कहा, 'अगर उन्हें, पूरी भाजपा को केवल जिन्ना और पाकिस्तान के ख्वाब आते हैं तो हमारे पास उसकी कोई दवाई नहीं। डॉक्टर को दिखाइए और दवाई करवाइए।'

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क़मर वहीद नक़वी
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