प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी थोड़ी देर बाद देश को संबोधित करेंगे। उन्होंने स्वयं ट्वीट कर यह जानकारी दी है और लोगों से कहा है कि वे जुड़ें। उनका संबोधन शाम 6 बजे से शुरू होगा।
प्रधानमंत्री का राष्ट्र के नाम यह संबोधन ऐसे समय होने जा रहा है जब सरकार की ओर से नियुक्त एक समिति ने आशंका जताई है कि यदि त्योहारों के दौरान कोरोना दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया गया और लापरवाही बरती गई तो बड़े पैमाने पर संक्रमण फैल सकता है। त्योहार शुरू हो चुका है और कई राज्यों में उत्सव मनाया जा रहा है।
दुर्गापूजा त्योहार के लिए मशहूर पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कई पूजा पंडालों का उद्घाटन किया है। उसके बाद कलकत्ता हाई कोर्ट ने आदेश जारी किया है कि पूजा पंडालों तक दर्शक या श्रद्धालु न जाएं, सिर्फ आयोजक जाएं और वह भी सीमित संख्या में।
प्रधानमंत्री ने इसके पहले कई बार लोगों से कोरोना दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहा है, 'जबतक दवाई नहीं, तबतक ढिलाई नहीं'। तो क्या मंगलवार की शाम वह अपने संबोधन में इसी तरह की अपील करेंगे या कुछ और कहेंगे, लोगों का ध्यान इस ओर है।
याद दिला दें कि प्रधानमंत्री ने अबतक कई बार राष्ट्र को संबोधित किया है, जिसमें उन्होंने जनता कर्फ्यू, 21 दिन के लॉकडाउन, कोरोना वॉरियर्स के लिए दीया जलाने की अपील की है।
टीके का एलान?
यह कयास भी लगाया जा रहा है कि नरेंद्र मोदी कोरोना टीका बन कर तैयार होने का एलान खुद करें। पहले यह कहा गया था कि 15 अगस्त के पहले ही टीका बन कर तैयार हो जाएगा और प्रधानमंत्री लाल किले से इसका एलान करेंगे। पर ऐसा नहीं हो सका। इंडियन कौंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च ने कहा था कि पूरी जाँच-परख और हर तरह के वैज्ञानिक कसौटी पर खरा उतरने के बाद ही टीका बाज़ार में पेश किया जाएगा। अब तक टीका बन कर तैयार नहीं है।
प्रधानमंत्री ने दो दिन पहले ही कहा था कि कोरोना टीका के वितरण में राज्य, केंद्र और सिविल सोसाइटी की भूमिका होगी। इसके साथ ही इसके पास मजबूत सूचना प्रौद्योगिकी और स्वास्थ्य सेवाओं का आधार होना चाहिए। उन्होंने ज़ोर देकर कहा था कि राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना टीका का वितरण वैसा ही होना चाहिए जैसा चुनाव होता है।
कोरोना का टीका बनने की दिशा में क्या प्रगति हुई है, यह जानने के लिए देखें सत्य हिन्दी का यह वीडियो।