सेना के तीनों अंगों में अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती हाल ही में शुरू हुई थी। यह भर्ती सेना की दशकों पुरानी भर्ती प्रणाली से अलग है। पिछले वर्ष सरकार ने इस नई योजना की घोषणा की थी। इस योजना के तहत चार वर्षों के लिए सैनिकों की भर्ती होती है, जिसमें आगे की स्क्रीनिंग के बाद उनमें से 25% को अगले 15 वर्षों के लिए नियमित सेवा में बनाए रखने का प्रावधान है। हालांकि अग्निवीर भर्ती योजना का शुरुआत में कई राज्यों में विरोध भी हुआ। इसे एक तरह से ठेके पर भर्ती माना गया। कई राज्यों ने युवकों ने सड़कों पर उतरकर इसका विरोध किया था।