कुछ दिन पहले ही मराठी भाषा के सबसे बड़े साहित्यिक कार्यक्रम अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन से नयनतारा सहगल का नाम हटा दिया गया था। समझा जाता है कि सरकार के दबाव में ऐसा किया गया। नयनतारा इस कार्यक्रम में जो भाषण देने वाली थीं, उसका कुछ अंश हम यहाँ दे रहे हैं। केंद्र की बीजेपी सरकार के ख़िलाफ़ सरकारी पुरस्कार की वापसी और असहिष्णुता के ख़िलाफ़ हुए प्रदर्शनों में नयनतारा ने प्रमुख भूमिका निभाई थी।
समाज सुधार के लिए भावनाएँ आहत करना भी ज़रूरी, कहा नयनतारा सहगल ने
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- 11 Jan, 2019
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का आज के राजनीतिक माहौल में कोई स्थान नहीं है। लेकिन विविधता, विरोध और बहस के ख़िलाफ़ चल रहे युद्ध में जो स्वतंत्रता के पोषक हैं, वे चुप नहीं हैं।
