अधिकारी ने बताया, "यात्रियों ने पहले शिव गंगा एक्सप्रेस में घुसने की कोशिश की। सैकड़ों यात्री अंदर नहीं जा सके। यह ट्रेन प्लेटफॉर्म 12 पर थी। उनमें से कुछ यात्री प्लेटफॉर्म 14 पर पहुंचे, वहां मगध एक्सप्रेस में जाने की कोशिश की। उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, जो जम्मू के कटरा के रास्ते में थी, प्लेटफॉर्म 15 पर थी। प्रयागराज एक्सप्रेस के यात्री अपनी ट्रेन का इंतजार कर रहे थे, जो आने वाली थी। इसी बीच, घोषणा हुई कि प्रयागराज के लिए विशेष ट्रेन प्लेटफॉर्म 12 पर आ रही है। तब यात्री उस तरफ भागे और यही हादसे की वजह बना।"
कमेटी ने भीड़ के कुप्रबंधन पर ध्यान दिया है तथा वह इस बात की जांच कर रही है कि प्लेटफॉर्म पर उचित संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए थे या नहीं। हालांकि यह खानापूरी के अलावा और नहीं तो क्या है। पहली नजर में ही यह साफ है कि वहां भीड़ को संभालने का कोई इंतजाम नहीं था। जबकि पहले से मालूम था कि महाकुंभ की वजह से आये दिन रेलवे स्टेशन पर भीड़ बढ़ रही है।
संजय ने कहा, "हम करीब एक घंटे तक प्लेटफॉर्म पर रहे और उसे बचाने की कोशिश करते रहे। तब तक कोई भी (रेलवे अधिकारी, कर्मचारी, पुलिस) नहीं आया।" उन्होंने आगे बताया कि उन्हें और परिवार के अन्य सदस्यों को रेलवे स्टेशन से बाहर निकलने और अपनी बहन को अस्पताल ले जाने के लिए दूसरी रेलवे पटरी पार करनी पड़ी।