राजनीतिक दलों के नेताओं ने 1947 में भारत की आज़ादी को 'भीख' में मिली हुई आज़ादी बताने वाली कंगना रनौत से पद्मश्री वापस लेने की मांग की है। ऐसा करने वालों में वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद शर्मा, कांग्रेस के प्रवक्ता गौरव वल्लभ, एनसीपी नेता नवाब मलिक जैसे नेता शामिल हैं। मलिक ने तो यहाँ तक कह दिया कि स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने के लिए कंगना को गिरफ़्तार किया जाए।