दो महीने पहले जिस शंघाई सहयोग संगठन यानी एससीओ के विदेश मंत्रियों की बैठक में पहलगाम हमले के मुद्दे पर भारत ने खुद को अलग कर लिया था, सोमवार को उसके घोषणापत्र में पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की गई। एससीओ के सदस्य देशों ने एक सुर में कहा कि इस तरह के आतंकी हमलों के अपराधियों, आयोजकों और प्रायोजकों को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। यह घोषणा भारत के लिए एक बड़ी कूटनीतिक जीत मानी जा रही है। यह घोषणा तब की गई जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ इस शिखर सम्मेलन में मौजूद थे।