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प्रतीकात्मक तस्वीर

टीएमसी प्रवक्ता का आरोप कोविन पोर्टल से लीक हुई जानकारियां 

कोरोना के वैक्सीनेशन से जुड़े कोविन पोर्टल को लेकर टीएमसी प्रवक्ता साकेत गोखले ने दावा किया है कि इससे लोगों की निजी जानकारियां लीक हुई हैं। 

टीएमसी के प्रवक्ता साकेत गोखले ने दावा किया है कि कोविन पोर्टल पर लोगों ने जो निजी जानकारियां दी थीं, वह अब टेलीग्राम एप पर मौजूद हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि सिर्फ आम लोगों का ही डेटा लीक नहीं हुआ है बल्कि इस लिस्ट में सत्तापक्ष और विपक्ष के कई बड़े नेताओं के भी नाम शामिल हैं। अपने दावे के समर्थन में उन्होंने लीक जानकारियों का स्क्रीनशॉट भी अपने ट्विटर अकाउंट पर भी शेयर किया है। 

उन्होंने कहा है कि वैक्सिनेशन के लिए लोगों ने कोविन ऐप पर अपनी निजी जानकारियों दी थीं जिनमें मोबाइल नंबर, आधार नंबर,  वोटर आईडी, पासपोर्ट नंबर, परिवार की जानकारी आदि शामिल थी। अब ये सब निजी जानकारी खुले तौर पर सोशल मीडिया पर उपलब्ध है। यह चिंता की बात है। 

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ट्विटर अकाउंट पर शेयर किया हे स्क्रीनशॉट  

साकेत गोखले ने अपने ट्विटर अकाउंट पर जो स्क्रीनशॉट शेयर किया है उसमें आधार कार्ड का नंबर, जेंडर, जन्म तिथि, वैक्सिनेशन का सेंटर आदि शामिल है। इस सूची में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम, जयराम रमेश और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन, कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल , स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह, राज्यसभा सांसद सुष्मिता देव अभिषेक मनु सिंघवी और संजय राउत का नाम शामिल है। इन ट्वीट में बताया गया है कि इन महत्वपूर्ण लोगों से जुड़े डाटा भी लीक हुआ है। 

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अगर यह सच है तो गंभीर रूप से चिंताजनक है

वहीं इस मामले पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता सुप्रिया सुले ने कहा है कि अगर यह सच है तो गंभीर रूप से चिंताजनक बात है। 

साथ ही अस्वीकार्य भी हैं। सरकार को हमें तत्काल स्पष्टीकरण देना चाहिए। इस लीक के लिए जिम्मेदार लोगों को इसका जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। 

वहीं इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक शीर्ष सरकारी सूत्रों ने कहा है कि पोर्टल किसी व्यक्ति की जन्म तिथि और पते सहित कोई भी व्यक्तिगत विवरण एकत्र नहीं करता है।

सरकारी सूत्रों ने कहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कथित कोविन डेटा लीक पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रहा है। इस सूचना की अभी जांच की जा रही है। मामले की जांच के बाद सरकारी पक्ष सामने आने की उम्मीद जताई जा रही है।

सत्य हिंदी टीएमसी प्रवक्ता साकेत गोखले के दावे की पुष्टि नहीं करता है। 

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क़मर वहीद नक़वी
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