ऐसा क्यों है कि चुनाव आते ही डीजल-पेट्रोल के दाम कम होने के कयास लगाए जाने लगते हैं? लेकिन लगता है कि इस बार यह कयास भर नहीं है। खुद केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने रविवार को तेल कंपनियों से भारत में भी तेल की क़ीमतों को कम करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा है कि अगर अंतरराष्ट्रीय तेल की क़ीमतें नियंत्रण में हैं और कंपनियों ने अंडर-रिकवरी बंद कर दी है तो दाम कम किए जा सकते हैं। तो सवाल है कि केंद्रीय मंत्री अब तेल कंपनियों से क्यों आग्रह कर रहे हैं?