प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन की खास बातें 


  • देश में जीएसटी बचत उत्सव शुरू होने जा रहा है।
  • हर वर्ग, हर समुदाय को इस बचत का फायदा होगा।
  • वन नेशन वन टैक्स का सपना साकार होने जा रहा है।
  • अब सिर्फ 5 और 18 फीसदी का स्लैब होगा।
  • रोजमर्रा की चीजें सस्ती हो जाएंगी।
  • अगर इनकम टैक्स और जीएसटी छूट को जोड़ दिया जाए तो इस साल ढाई लाख करोड़ की बचत आम लोगों को होगी।
  • हमारे लघु उद्योगों (एमएसएमई) को भी इससे फायदा होगा, उनकी भी बचत होगी। हमें उनसे बहुत आशाएं हैं। 
  • पीएम मोदी ने दिया मेड इन इंडिया का नारा। हमे स्वदेशी पर ज़ोर देना है। गर्व से कहो- मैं स्वदेशी हूं।
  • जो चीजें देश में बन सकती हैं, वो देश में ही बनाई जाएं।
  • आत्मनिर्भर भारत का सपना राज्यों की मदद से पूरा होगा। 
जीएसटी 2.0 सुधारों के लागू होने से कुछ घंटे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार शाम देश को संबोधित किया और कहा कि कल (22 सितंबर) से दो त्योहार शुरू होने वाले हैं - नवरात्रि और जीएसटी बचत उत्सव।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम अपने बहुप्रतीक्षित संबोधन की शुरुआत देशवासियों को नवरात्रि की शुभकामनाओं के साथ की।  उन्होंने कहा, "कल से अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार लागू होंगे। जीएसटी बचत उत्सव शुरू होने वाला है। आपकी बचत बढ़ेगी और आप अपनी पसंदीदा वस्तुएँ आसानी से खरीद सकेंगे।" उन्होंने आगे कहा कि जीएसटी सुधारों से गरीबों, मध्यम वर्ग, युवाओं, महिलाओं और व्यापारियों को बहुत लाभ होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, "मैं इन सुधारों के लिए करोड़ों देशवासियों को बधाई देता हूँ। ये सुधार भारत की विकास गाथा को गति देंगे, व्यापार करने में आसानी बढ़ाएँगे, अधिक निवेश आकर्षित करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक राज्य देश के विकास में समान भागीदार बने।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार द्वारा 2017 में जीएसटी सुधारों की दिशा में उठाया गया कदम इतिहास बन गया है। उन्होंने कहा, "दशकों से हमारे लोग विभिन्न करों के जाल में उलझे हुए थे। इसलिए, हमने राष्ट्रहित में जीएसटी को प्राथमिकता दी। हमने सभी स्टेकहोल्डर्स से बात की और राज्यों की सभी चिंताओं का समाधान किया। सभी राज्यों के सहयोग से, यह व्यापक कर सुधार लागू किया जा सका।" उन्होंने कहा कि सुधार एक सतत प्रक्रिया है। प्रधानमंत्री ने कहा, "जब समय बदलता है, देश की ज़रूरतें बदलती हैं और अगली पीढ़ी के सुधारों की आवश्यकता होती है। देश के मौजूदा सुधारों को ध्यान में रखते हुए, नए सुधार लागू किए जा रहे हैं।"
जीएसटी 2.0 में दो स्लैब 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत पेश किए गए हैं, जो लग्जरी आदि को छोड़कर सभी वस्तुओं पर लागू होंगे। इससे पहले, जीएसटी के चार स्लैब थे- 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत।

कॉफी, घी, बिस्कुट और तेल जैसी रोज़मर्रा की ज़रूरत की चीज़ें सस्ती होने वाली हैं। नई कारें सस्ती हो जाएँगी और मेडिकल बीमा के प्रीमियम भी कम हो जाएँगे। इस कदम से त्योहारी सीज़न में सार्वजनिक खपत बढ़ने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस साल की शुरुआत में घोषित आयकर लाभ और जीएसटी सुधार अब मध्यम वर्ग के लिए "दोहरी सौगात" हैं। उन्होंने कहा, "अगर हम आयकर में छूट और जीएसटी बचत को जोड़ दें, तो पिछले एक साल में लिए गए फैसलों से जनता के 2.5 लाख करोड़ रुपये बचेंगे।"

प्रधानमंत्री मोदी का स्वदेशी पर ज़ोर

मेक इन इंडिया को बढ़ावा देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "हमें हर घर को स्वदेशी का प्रतीक बनाना होगा, हर दुकान को स्वदेशी उत्पादों से सजाना होगा। गर्व से कहना होगा, 'मैं स्वदेशी खरीदता हूं, मैं स्वदेशी बेचता हूं'। यह हर भारतीय की भावना होनी चाहिए।"
प्रधानमंत्री मोदी का यह संबोधन ऐसे समय हुआ, जब देश में त्योहारों का मौसम शुरू हो रहा है। नवरात्रि के साथ ही दुर्गा पूजा, दीवाली जैसे प्रमुख त्योहारों की शुरुआत होगी, जो अर्थव्यवस्था को गति देने का महत्वपूर्ण समय है। 

कांग्रेस के मोदी संबोधन पर सवाल

मोदी के संबोधन से पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा था- प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित करने की तैयारी कर रहे हैं, वहीं वाशिंगटन डीसी में उनके अच्छे दोस्त ने एक बार फिर उनकी सुर्खियाँ छीन ली हैं और 42वीं बार दावा किया है कि उन्होंने अमेरिका के साथ बढ़ते व्यापार का फायदा उठाकर ऑपरेशन सिंदूर को रोक दिया। राष्ट्रपति ट्रंप यह दावा केवल अमेरिका में ही नहीं, बल्कि सऊदी अरब, क़तर और ब्रिटेन में भी कर चुके हैं।

रमेश ने कहा- क्या प्रधानमंत्री इन दावों पर प्रतिक्रिया देंगे और भारत-अमेरिका के लगातार बिगड़ते रिश्तों पर बोलेंगे? क्या वे लाखों भारतीय H1B धारकों की चिंताओं का समाधान करेंगे? क्या वे उन करोड़ों किसानों और मज़दूरों को कोई भरोसा देंगे, जिनकी आजीविका उनके मित्र द्वारा लगाए गए टैरिफ की वजह से खतरे में है? या फिर वे नई GST दरों के बारे में वही दोहराएँगे, जो हम सभी जानते हैं - जिन्हें हताशा में तैयार किया गया था और जो कल से लागू हो रही हैं।

GST पर रहेगा मोदी का फोकस

कहा जा रहा है कि पीएम मोदी का सबसे बड़ा फोकस जीएसटी सुधार पर रहने की संभावना है। 22 सितंबर से लागू होने जा रहे नए जीएसटी दरों में चार स्लैब को घटाकर दो कर दिया जाएगा। इससे कई आवश्यक वस्तुओं जैसे कि दूध, अनाज, साबुन, टूथपेस्ट और अन्य दैनिक उपयोग की चीजों के दामों में कमी आएगी। यह कदम उपभोक्ताओं को राहत देने के साथ-साथ त्योहारी खरीदारी को बढ़ावा देगा। वित्त मंत्रालय के अनुसार, यह सुधार मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण है।

ट्रंप टैरिफ से भारत-अमेरिका संबंधों में तनाव 

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन द्वारा भारत पर लगाए गए 50 प्रतिशत टैरिफ (जिसमें 25 प्रतिशत अतिरिक्त शुल्क शामिल है) पर भी प्रधानमंत्री चर्चा कर सकते हैं। यह टैरिफ भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने के कारण लगाया गया है, जो 2022 में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद लगे वैश्विक प्रतिबंधों का हिस्सा है। इससे भारत-अमेरिका व्यापारिक संबंधों में खटास आ गई है। हाल ही में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि अन्य देशों पर निर्भरता भारत का सबसे बड़ा दुश्मन है। उन्होंने सेमीकंडक्टर और जहाज निर्माण जैसे क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता पर जोर दिया, जो अप्रत्यक्ष रूप से अमेरिकी कदमों का संकेत देता है।