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राहुल ने अडानी-अंबानी को गाली देना क्यों बंद किया, उनसे कितना लिया: पीएम

क्या राहुल गांधी ने अडानी-अंबानी के ख़िलाफ़ बोलना बंद कर दिया है? क्या इसके लिए कांग्रेस पार्टी को पैसे मिले हैं? ये आरोप कोई और नहीं, बल्कि खुद प्रधानमंत्री मोदी ने लगाए हैं। पीएम के इन आरोपों के बाद कांग्रेस ने फिर से 'अडानी-मोदी संबंध' को लेकर मोर्चा खोल दिया है। प्रियंका गांधी से लेकर पवन खेड़ा तक ने राहुल के हाल के बयान गिनाए। इसके साथ ही कांग्रेस ने फिर से उस अभियान को छेड़ दिया है जिसमें राहुल सवाल पूछते रहे थे कि 'मोदी का अडानी से रिश्ता क्या है?'

राहुल गांधी प्रधानमंत्री मोदी पर अडानी-अंबानी के लिए काम करने का आरोप लगाते रहे हैं। लेकिन अब इन्हीं राहुल गांधी पर प्रधानमंत्री मोदी ने गंभीर आरोप लगा दिए हैं। एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पूछा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने 'इस चुनाव में अचानक अंबानी और अडानी की बात करना बंद क्यों कर दिया?' उन्होंने कहा कि कोई गुप्त सौदा हो सकता है।

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प्रधानमंत्री ने कहा, 'आपने देखा होगा कि कांग्रेस के शहजादा पिछले पांच साल से यही बात दोहरा रहे हैं। जब से उनका राफेल विवाद शांत हुआ, उन्होंने इसे दोहराना शुरू कर दिया। पहले उन्होंने पांच उद्योगपतियों का नाम लिया और फिर अंबानी-अडानी, अंबानी-अडानी, अंबानी-अडानी पर आ गए। लेकिन चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही उन्होंने दोनों को गाली देना बंद कर दिया है। मैं तेलंगाना की जनता से पूछना चाहता हूं, शहजादा बताएं- अंबानी-अडानी से कितना लिया? कितना काला धन ले जाया गया? क्या कैश से भरे टेंपो कांग्रेस तक पहुंच गए हैं? वह कौन सा सौदा हुआ है? आपने रातों-रात अंबानी-अडानी को गाली देना क्यों बंद कर दिया? निश्चित रूप से कुछ गड़बड़ है।'

पीएम मोदी के इस बयान को लेकर कांग्रेस ने उनपर हमला किया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि 'नरेंद्र मोदी ने गौतम अडानी और मुकेश अंबानी पर गंभीर आरोप लगाए हैं- अडानी-अंबानी बोरे में भर-भरकर काला धन देते हैं। आखिरकार राहुल गांधी जी ने पीएम मोदी को भ्रष्टाचार का खुलासा करने पर मजबूर कर दिया।'

पीएम मोदी ने ये आरोप तब लगाए हैं जब राहुल ने उन नीतियों को लेकर लगातार केंद्र और प्रधानमंत्री पर हमला किया है। उन्होंने एक दिन पहले भी अडानी को लेकर हमला किया था। मंगलवार को झारखंड में एक चुनावी रैली में राहुल ने आदिवासियों के लिए अधिक प्रतिनिधित्व की ज़रूरत बताई और कहा, 'भाजपा कहती है कि आप वनवासी हैं और वे सारी वन भूमि अडानी को दे देते हैं।'
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राहुल ने कहा, 'वह जो कुछ भी करते हैं वह अरबपतियों के लिए करते हैं। उनके अडानी और अंबानी जैसे 22-25 दोस्त हैं और जो भी काम कर रहे हैं वह उन्हीं के लिए है। जमीन उनके लिए है, जंगल उनके लिए है, मीडिया उनका है, बुनियादी ढांचा उनका है, फ्लाईओवर उनका है, पेट्रोल उनका है। सब कुछ उनके लिए है। दलितों, आदिवासियों, पिछड़े समुदायों के लोगों को सार्वजनिक क्षेत्र में आरक्षण मिलता था, अब वे हर चीज का निजीकरण कर रहे हैं। वे खुलेआम कह रहे हैं कि रेलवे का भी निजीकरण किया जाएगा, यह आपका संपत्ति का क्षेत्र है- रेलवे, सड़क, फ्लाईओवर, ये आपके हैं और अडानी का नहीं है। वह उन्हें सब कुछ दे देते हैं।'

उन्होंने कहा, 'मीडिया के लोग यहां हैं, क्या वे कभी आदिवासियों के बारे में बात करते हैं। कभी नहीं। वे अंबानी की शादी को 24 घंटे दिखाएंगे।' पीएम के बुधवार के आरोप के बाद कांग्रेस ने अब इस पर अभियान छेड़ दिया है।

प्रधानमंत्री के हमले के बाद प्रियंका गांधी ने रायबरेली में कहा, 'आज नरेंद्र मोदी ने कहा- राहुल गांधी जी अडानी का नाम नहीं ले रहे हैं। सच्चाई ये है- राहुल गांधी जी हर दिन अडानी की बात करते हैं, वे रोज अडानी की सच्चाई आपके सामने रखते हैं, उसका खुलासा करते हैं। राहुल गांधी जी आपको रोज बताते हैं कि नरेंद्र मोदी की बड़े-बड़े उद्योगपतियों के साथ सांठ-गांठ है। नरेंद्र मोदी ने अपने मित्रों के 16 लाख करोड़ रुपए माफ कर दिए, लेकिन किसानों का एक रुपए माफ नहीं किया। नरेंद्र मोदी इस बात का जवाब दें..।'

पवन खेड़ा ने एक बयान जारी कर कहा है, 'तीन चरणों के चुनाव के बाद नरेंद्र मोदी इतने बौखला गए कि अडानी-अंबानी के खिलाफ बोलने लगे। पीएम मोदी ने कहा- राहुल गांधी जी अडानी-अंबानी का नाम नहीं लेते। सच्चाई ये है- 3 अप्रैल से अब तक राहुल गांधी जी 103 बार अडानी और 30 बार अंबानी का नाम ले चुके हैं।'

जयराम रमेश ने कहा, "ज़मीनी स्थिति इतनी गड़बड़ाई हुई है कि 'हम दो हमारे दो' के 'पप्पा' अपनी ख़ुद की संतानों का बलिदान कर रहे हैं। जिस व्यक्ति ने अपनी पार्टी के लिए 8,200 करोड़ रुपए का चंदा इकट्ठा किया - इतना भयंकर घोटाला किया कि सुप्रीम कोर्ट ने भी उसे असंवैधानिक घोषित किया - वो आज दूसरों पर आरोप लगा रहा है। याद रखें कि अपने 'चार रास्ते' द्वारा प्रधानमंत्री ने अपनी पार्टी के निजी स्वार्थ और सत्ता-लोभ के लिए 4 लाख करोड़ रुपए का ठेका और लाइसेंस दिया था। अगर आज भारत में ऐसी स्थिति है कि 21 अरबपतियों के पास इतना धन है जितना कि 70 करोड़ भारतीयों के पास है तो यह प्रधानमंत्री के नियत और नीति का ही परिणाम है। जाहिर सी बात है कि इस 21 में 'हमारे दो' की बहुत ही अहम भूमिका है।"

मोदी की टिप्पणियों के जवाब में कांग्रेस के प्रवीण चक्रवर्ती ने कहा, 'साफ़ तौर पर पीएम मोदी आहत हैं और राहुल गांधी द्वारा आम आदमी और राष्ट्र की कीमत पर अडानी-अंबानी के साथ उनकी सांठगांठ को लगातार उजागर करने की गर्मी महसूस कर रहे हैं।'
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क़मर वहीद नक़वी
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