क्या सूडान और भारत का कोई रिश्ता है? क्या सूडान में होने वाली घटनाओं को भारत से जोड़ा सकता है? हम ऐसा क्यों कह रहे हैं। आइए, आपको बताते हैं। सूडान में इन दिनों रोटी की क़ीमत बढ़ने के ख़िलाफ़ लोग सड़कों पर हैं। प्रदर्शनकारियों की पुलिसकर्मियों के साथ हुई झड़प के बाद यह प्रदर्शन हिंसक हो गया है। इसमें अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है और 219 से ज़्यादा लोग घायल हो चुके हैं।
सामाजिक असंतोष भड़केगा तो छोड़नी होगी कुर्सी
- देश
- |
- 28 Dec, 2018
सूडान और फ़्रांस में जनता सड़कों पर उतरी है। भारत में भी किसानों की आत्महत्या की घटनाएँ और बेरोज़गारी बढ़ी है। क्या ऐसे आंदोलन केंद्र सरकार के लिए ख़तरे की घंटी हैं?

1974 में भारत में ऐसा ही एक आंदोलन हुआ जो छात्रों की कुछ माँगों से शुरू हुआ और भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी जैसे अहम मुद्दों को शामिल करता हुआ एक व्यापक जन आंदोलन बन गया। इस आंदोलन ने अजेय माने जानी वालीं तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी की सरकार को भी उखाड़ फेंका था। ऐसे में वर्तमान केंद्र सरकार को भी इससे सचेत हो जाना चाहिए। क्योंकि भारत में भी हाल ही में किसानों, आम लोगों ने अपनी आवाज़ जोरदार ढंग से उठाई है।